आईसुजु के शेयर में 10% का लोअर सर्किट:कंपनी में 58.96% हिस्सेदारी खरीदेगी महिंद्रा एंड महिंद्रा, ₹555 करोड़ में डील

ट्रक-बस बनाने वाली कंपनी SML आईसुजु लिमिटेड के शेयरों में 28 अप्रैल को 10% का लोअर सर्किट लग गया। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (MM) ने घोषणा की कि वह कंपनी में हिस्सेदारी खरीदेगी। ये डील ₹555 करोड़ की है। इस ऐलान के बाद शेयरों में ये गिरावट आई है। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आईसुजु में 650 रुपए प्रति शेयर के भाव पर 58.96% हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है। इसके साथ ही महिंद्रा एंड महिंद्रा मार्केट रेगुलेटर सेबी के टेकओवर नियमों के अनुसार ₹650/ शेयर पर 26% स्टेक खरीदने का ओपन ऑफर भी लाएगी। SML आईसुजु का शेयर 177.30 रुपए या 10.00% गिरकर 1,596.10 रुपए पर कारोबार कर रहा है। बीते 5 दिन में शेयरों में 16.60% की गिरावट आई है। डील से जुड़ी 5 बड़ी बातें… सीईओ बोले- यह डील 5x ग्रोथ अचीव करने के लिए महत्वपूर्ण इस डील को लेकर महिंद्रा ग्रुप के सीईओ और एमडी डॉ. अनीश शाह ने कहा- यह अधिग्रहण कंपनी के 5x ग्रोथ अचीव करने के विजन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा, यह हमारी कैपिटल एलॉकेशन स्ट्रैटजी के साथ पूरी तरह से फिट बैठता है। वहीं MM के ऑटो और फार्म सेक्टर के कार्यकारी निदेशक और सीईओ राजेश जेजुरिकर ने कहा- यह डील कॉमर्शियल व्हीकल मार्केट में महिंद्रा की स्थिति मजबूत करेगा। इससे हमें बाजार कवरेज बढ़ाने और मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी का बेहतर उपयोग करने में मदद मिलेगी। 1983 में स्वराज व्हीकल्स लिमिटेड के रूप में हुई थी कंपनी की स्थापना SML आईसुजु लिमिटेड चंडीगढ़ बेस्ड कॉमर्शियल व्हीकल मैन्युफैक्चरर है, जिसकी स्थापना 1983 में स्वराज व्हीकल्स लिमिटेड के रूप में हुई थी। इसका बसों, ट्रकों, एम्बुलेंस और कस्टोमाइज्ड स्पेशल-एप्लीकेशन व्हीकल्स सहित लाइट और मीडियम कॉमर्शियल व्हीकल्स के उत्पादन में स्पेशलाइजेशन है। 1986 में माज़दा मोटर कॉर्पोरेशन और सुमितोमो कॉर्पोरेशन, जापान के साथ तकनीकी और वित्तीय सहयोग के बाद इसका नाम बदलकर स्वराज माज़दा लिमिटेड कर दिया गया। 2011 में, माज़दा के बाहर निकलने के बाद “स्वराज” ब्रांड को हटाकर इसे SML आईसुज़ु लिमिटेड कर दिया गया। भारतीय बाजार और चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसके व्हीकल बेचे जाते हैं। कॉमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में इसका मार्केट शेयर 16% है।

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