इंग्लैंड की नजरें भारतीय फैंस पर, लीग का फॉर्मेट बदलेगा:100 बॉल की जगह 20-20 ओवर फॉर्मेट में खेला जाएगा द हंड्रेड

भारतीय फैंस को लुभाने के लिए इंग्लिश बोर्ड अपनी घरेलू क्रिकेट लीग के फॉर्मेट में बदलाव करने जा रहा है। इतना ही नहीं, ECB अपनी लीग की टीमों की हिस्सेदारी भी बेचने जा रहा है। क्योंकि इंग्लैंड भारतीय फैंस के बीच अपनी पकड़ बनाना चाहता है। सूत्रों के अनुसार, इंग्लिश बोर्ड अगले महीने से अपनी टीमों में 49% हिस्सा बेचने की प्रक्रिया शुरू कर रहा है। ECB को IPL फ्रेंचाइजीज से निवेश की उम्मीद है। ECB भारतीय निवेश के लिए इतना बेकरार है कि निवेशकों के कहने पर साल 2028 में टूर्नामेंट का फॉर्मेट 100 गेंदों से बदलकर रेगुलर टी20 में लाने को भी तैयार है। इंग्लिश बोर्ड भारतीय निवेशकों को विशेषाधिकार देगा, जिससे IPL टीमें अपनी हिस्सेदारी वाली टीमों का नाम भी बदल सकेंगी। इंग्लिश टीमें भी भारतीय फ्रेंचाइजी के साथ हाथ मिलाने को बेकरार
ECB के साथ द हंड्रेड लीग की टीमें भी भारतीय फ्रेंचाइजी की ओर देख रही हैं। लंकाशायर क्लब अपनी टीम मैनचेस्टर ऑरिजिनल्स में IPL टीमों का निवेश चाहता है। क्लब के मालिक डेनियल गिडनी के मुताबिक, ‘वे भविष्य में IPL टीम के साथ काम करना पसंद करेंगे।’ लंकाशायर ने लखनऊ सुपर जाएंट्स टीम से बात भी की है। गिडनी ने कहा कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट की ताकत को साल 2019 वर्ल्ड कप में भारत-पाक मैच में देखा। वे बताते हैं, ‘तब मैंने देखा कि मैनचेस्टर एयरपोर्ट पर प्राइवेट जेट्स के लिए जगह नहीं थी। हमारे होटल (लंकाशायर क्लब का हिल्टन होटल) में कमरों के दाम 3 लाख रुपए से ज्यादा हो गए थे। मैदान पर अद्भुत शोर था। ऐसा मैनचेस्टर यूनाइटेड के मैच में भी नहीं होता। तभी समझ आ गया कि हमारे सामने बहुत बड़ा बाजार है और आगे बढ़ने के लिए भारत हमारी रणनीति के केंद्र में ही होगा।’ जियो टीवी से जुड़ा तो 25 लाख दर्शक बढ़े
लंकाशायर ने भारतीय मार्केट में संभावना पहचानने के बाद अपने ब्रॉडकास्टिंग ढांचे में निवेश किया। उसने मैचों का प्रसारण 7 कैमरे लगाकर करना शुरू किया और भारत में प्रसारण अधिकार जियो टीवी के साथ साझा किए। इससे लंकाशायर को 25 लाख नए दर्शक मिले। तभी से लंकाशायर क्लब भारतीय दर्शकों से जुड़ने के मौके तलाशता रहा है। देश की राजधानी से ‎जुड़ी लीग टीम लंदन स्पिरिट‎ निवेश के लिए सबसे आकर्षक‎ मानी जा रही है और उसमें मुंबई ‎इंडियंस के मालिक अंबानी निवेश‎ कर सकते हैं। संभावना है कि ‎लंदन टीम अगले साल भारतीय ‎फ्रेंचाईजी MI लंदन के नाम ‎से मैदान पर उतरे।‎ कर्ज में दबे हैम्पशायर क्लब‎ को संवारेगा GMR ग्रुप
एक अन्य काउंटी क्लब हैम्पशायर‎ को भी भारतीय क्रिकेट से मदद‎ मिल रही है। क्लब पर लगभग‎ 625 करोड़ रुपए का कर्ज है। इस ‎क्लब को IPL फ्रेंचाइजी‎ दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सेदार‎ GMR ग्रुप करीब 1200 ‎करोड़ रुपए में खरीदने वाला है। ‎ ऐसी ही चर्चा राजस्थान रॉयल्स के ‎यॉर्कशायर क्लब को खरीदने की‎ भी है और धीरे-धीरे इंग्लिश ‎क्रिकेट सर्किट में भारतीय ‎फ्रेंचाइजी का प्रभुत्व स्थापित हो‎ रहा है।‎

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *