किचन और घर में इस्तेमाल के लिए कंटेनर बनाने वाली टपरवेयर ब्रांड्स कॉर्प ने दिवालियापन के लिए आवेदन किया है। कंपनी ने खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए यह आवेदन वैश्विक स्तर पर बिक्री में गिरावट और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ कई सालों तक संघर्ष करने के बाद किया है। कंपनी ने चैपर 11 बैंकरप्सी प्रोटेक्शन के लिए आवेदन किया है, जो बिजनेस को काम जारी रखने के लिए अपने लोन और एसेट्स को रीऑर्गेनाइज करने की अनुमति देता है। टपरवेयर ने कोर्ट में दायर की गई फाइलिंग में बताया कि उसकी संपत्ति 500 मिलियन डॉलर से 1 बिलियन डॉलर के बीच है। जबकि, कंपनी पर 1 बिलियन डॉलर से 10 बिलियन डॉलर के बीच का कर्ज है। काफी समय से आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रही थी कंपनी
कंपनी को काफी समय से आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। 2020 में टपरवेयर ने ये कहा था कि उसे अपने काम को जारी रखने में मुश्किल हो सकती है। जून 2024 तक कंपनी ने अपने आखिरी अमेरिकी प्लांट को बंद करने का फैसला किया, जिसके कारण कर 150 लोग बेरोजगार हो गए। टपरवेयर पिछले चार साल से अपने बिजनेस को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश कर रहा है। तीसरी तिमाही 2021 से लेकर लगातार छह तिमाहियों तक कंपनी की सेल्स में गिरावट दर्ज की गई। कोरोना महामारी के दौरान इसकी सेल्स में तेज इजाफा हुआ, जब लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे थे। हालांकि जब स्थिति सामान्य हुई तो इसकी सेल्स में भरी गिरावट आई। 5 दिन में 56.04% गिरा टपरवेयर का शेयर
टपरवेयर का शेयर पिछले 5 दिन में 56.04% गिर चुका है। वहीं, इस साल अब तक इसके शेयर में 75% की गिरावट देखने को मिली है। पिछले 5 साल में टपरवेयर का शेयर 96.75% गिर चुका है। टपरवेयर की स्थापना 1946 में हुई थी
टपरवेयर ब्रांड्स कॉर्प की स्थापना 1946 में अर्ल टुप्पर ने की थी। कंपनी अपने इनोवेटिव प्लास्टिक प्रोडक्ट्स, खासतौर पर पेटेंटेड एयरटाइट सील्स के कारण हर घर का जाना-माना नाम बन गया।
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