कांग्रेस ने केंद्र सरकार की यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लाने के फैसले पर निशाना साधा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- UPS में U का मतलब मोदी सरकार का यू-टर्न है। खड़गे ने X पर कहा- 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पीएम के सत्ता के अहंकार पर जनता की शक्ति हावी हुई है। खड़गे ने कहा, ‘सरकार ने पहले बजट में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन/इंडेक्सेशन का फैसला वापस लिया। वक्फ (संशोधन) बिल को JPC (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) को भेजा। इसके बाद ब्रॉडकास्टिंग बिल, UPSC के उच्च पदों पर लेटरल एंट्री का फैसला भी वापस लिया। हम सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करते रहेंगे। 140 करोड़ भारतीयों को इस सरकार से बचाते रहेंगे।’ दरअसल, केंद्र सरकार शनिवार (24 अगस्त) को न्यू पेंशन स्कीम (NPS) की जगह यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) लेकर आई है। स्कीम 1 अप्रैल 2025 से लागू होगी। इससे 23 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को फायदा होगा। AAP बोली- भाजपा को अब होश आया
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा- भाजपा को अब होश आया है। भाजपा अब अग्निवीर योजना जैसे अपने अन्य फैसले भी जल्द ही वापस लेगी। यह साबित हो गया है कि विपक्ष जो कह रहा था, वह सही था। केंद्र सरकार ही केंद्र के सभी कर्मचारियों का दमन कर रही थी। केंद्र सरकार के कर्मचारियों ने भाजपा के खिलाफ वोट किया। इसी के बाद भाजपा को होश आया है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा- जो काम सरकार को पहले ही कर देना चाहिए था, वह अब दबाव में आकर कर रही है। पूरा विपक्ष कह रहा है कि सरकार को पेंशन को लेकर कोई फैसला लेना चाहिए। रिटायर्ड कर्मचारियों को उनके वेतन (रिटायरमेंट से पहले) का 50% नहीं, बल्कि पूरा 100% मिलना चाहिए। आप ऐसे कर्मचारियों के लिए ऐलान कर रहे हैं, जो देश के लिए काम करने के बाद रिटायर्ड होता है। UPS के जरिए भी केंद्र सरकार भ्रम पैदा कर रही है। शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता आनंद दुबे ने कहा- विपक्ष के दबाव के कारण सरकार UPS लाई है। इस बार भाजपा सिर्फ 240 सीटें जीती। इसलिए वे सेंट्रल गवर्नमेंट के कर्मचारियों के लिए स्कीम लाए हैं। कर्मचारियों को UPS में भी NPS की तरह कॉन्ट्रिब्यूट करना होगा
इस योजना के न्यू पेंशन स्कीम और ओल्ड पेंशन स्कीम से किस तरह अलग होने के सवाल पर पूर्व कैबिनेट सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन ने जवाब दिया कि UPS पूरी तरह कॉन्ट्रिब्यूटरी फंडेड स्कीम है यानी इसमें भी कर्मचारियों को NPS की तरह 10% कॉन्ट्रिब्यूट करना पड़ेगा। जबकि ओल्ड पेंशन स्कीम अनफंडेड कॉन्ट्रिब्यूश्नरी स्कीम थी। (इसमें कर्मचारियों को किसी भी तरह का कॉन्ट्रीब्यूशन नहीं करना होता था।) लेकिन NPS की तरह हमने इसे बाजार के भरोसे न छोड़कर फिक्स पेंशन की एश्योरटी दी है। UPS में OPS और NPS दोनों के लाभ शामिल हैं। पूरी खबर पढ़ें… यह खबर भी पढ़ें… क्या सैलरी से पैसा कटेगा, कितनी पेंशन बनेगी:NPS से कैसे अलग; यूनिफाइड पेंशन स्कीम से जुड़े 8 सवालों के जवाब 24 अगस्त की शाम करीब 7.30 बजे। केंद्रीय विद्यालय में सरकारी टीचर मनोज शर्मा पत्नी के साथ चाय पी रहे थे, तभी एक ब्रेकिंग न्यूज आई। मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) का ऐलान किया है। मनोज फिलहाल न्यू पेंशन स्कीम यानी NPS में कॉन्ट्रिब्यूट करते हैं। सरकार की नई घोषणा से मनोज के मन में एकसाथ कई सवाल उठे। मसलन- यूनिफाइड पेंशन स्कीम मौजूदा NPS से कितनी अलग, उनके लिए कौन-सी फायदेमंद, नई स्कीम में कोई पेच तो नहीं? भास्कर एक्सप्लेनर में ऐसे 8 जरूरी सवालों के जवाब जानेंगे…
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