चिरंजीवी का नाम गिनीज बुक में:156 फिल्मों में 537 गाने, इनमें 24 हजार डांस स्टेप्स; 45 साल के फिल्मी करियर में बना रिकॉर्ड

मेगास्टार चिरंजीवी का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुआ है। यह सम्मान उन्हें 45 साल के करियर में 156 फिल्मों के 537 गानों में 24 हजार डांस मूव्स करने के लिए मिला। एक्टर आमिर खान ने उन्हें इस अवॉर्ड से सम्मानित किया। अवॉर्ड देने के बाद आमिर खान ने चिरंजीवी को गले भी लगाया। इस मौके पर आमिर खान ने चिरंजीवी की तारीफ में कहा, ‘यहां आना मेरे लिए खुशी और सम्मान की बात है। मैं चिरंजीवी गारू के फैंस को देखकर खुश हूं। मुझे अपने बीच शामिल करने के लिए आप सभी को धन्यवाद देता हूं। मैं उनका (चिरंजीवी) बहुत बड़ा फैन हूं।’ आमिर खान ने की चिरंजीवी के डांस मूव्स की तारीफ चिरंजीवी के डांस मूव्स की तारीफ करते हुए आमिर खान ने कहा, ‘अगर आप उनका कोई भी गाना देखेंगे तो पाएंगे कि उनका दिल डांस में डूब जाता है। वह इसे बहुत एन्जॉय करते हैं। हम कभी उनसे नजरें नहीं हटाते क्योंकि वह एक बहुत अच्छे एक्टर हैं।’ 1979 से एक्टिंग में एक्टिव हैं चिरंजीवी चिरंजीवी ने 1979 में फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म पुनधिरल्लु से की थी। हालांकि बापू के डायरेक्शन में बनी फिल्म माना वूरी पांडवुलु उनकी पहली रिलीज थी। 1982 में रिलीज हुई ‘इंटलो रामय्या वीडिलो कृष्णय्या’ जैसी हिट फिल्म से उन्होंने लीड रोल करना शुरू कर दिया था। 1983 में रिलीज हुई फिल्म कैदी ने चिरंजीवी को रातों-रात एक बड़ा सुपरस्टार बना दिया। तब से चिरंजीवी को मेगास्टार चिरंजीवी का टैग मिला। चिरंजीवी का राजनीतिक सफर चिरंजीवी का राजनीतिक सफर फिल्मों के अलावा चिरंजीवी ने राजनीति में भी हाथ आजमाया था। उन्होंने 2008 में आंध्रप्रदेश में एक राजनीतिक दल प्रजा राज्यम पार्टी की शुरुआत की थी। पार्टी लॉन्च के समय उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय उनकी पार्टी का मुख्य एजेंडा है। 2009 के आम चुनाव में पार्टी ने आंध्रप्रदेश विधानसभा की 294 सीटों में से 18 सीटों पर जीत हासिल की थी।6 फरवरी 2011 को चिरंजीवी की प्रजा राज्यम पार्टी का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय हो गया। इस विलय के बाद 28 अक्टूबर 2012 को उन्होंने राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। उन्हें टूरिज्म मिनिस्टर बनाया गया। 2014 को आंध्रप्रदेश के संसदीय और विधानसभा चुनावों में उन्होंने पार्टी की तरफ से प्रचार किया था। हालांकि चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इस चुनाव में उनकी पार्टी के सभी उम्मीदवारों को हार मिली थी। इस चुनाव के बाद चिरंजीवी ने किसी संसदीय बैठक में भाग नहीं लिया। राज्यसभा सदस्य के रूप में उनका कार्यकाल अप्रैल 2018 में समाप्त हो गया। तब से वो राजनीति में सक्रिय नहीं हैं।

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