झारखंड के पूर्व सीएम और उच्च शिक्षा मंत्री चंपाई सोरेन अब नई पार्टी बनाएंगे। दिल्ली से सरायकेला लौटने के 12 घंटे के बाद बुधवार, 21 अगस्त को अपने आवास पर उन्होंने इसकी घोषणा की। चंपाई ने कहा, ‘हम राजनीति से संन्यास नहीं लेने जा रहे हैं। हमने जो अध्याय शुरू किया है, उसका चैप्टर बदलता रहेगा। नए संगठन को मजबूत करेंगे। रास्ते में कोई दोस्त मिला तो दोस्ती करेंगे।’ चंपाई ने कहा- एक हफ्ते में सब क्लियर हो जाएगा
चुनाव को देखते हुए नई पार्टी बनाने के लिए अब समय कम रह गया है, इस पर चंपाई बोले कि इससे आपको क्या परेशानी है। जब 3-4 दिन में 30-40 हजार कार्यकर्ता आ गए तो नई पार्टी बनाने में हमको क्या परेशानी है। 7 दिन में सब साफ हो जाएगा। रिपोर्टर के ये पूछने पर कि झारखंड सरकार में बने रहेंगे, इस पर चंपाई तल्खी दिखाते हुए बोले, ‘हमने बोल दिया ना कि नया अध्याय शुरू कर रहे हैं। नया अध्याय शुरू करेंगे तो एक जगह रहेंगे कि दुई (दो) जगह रहेंगे। जनसमर्थन ने ही हमारा हौसला बुलंद किया है। इसी से लगा कि अब आगे बढ़ो। मंत्री पद से इस्तीफा कब देंगे, इस पर चंपाई ने कहा कि उसका समय बताएंगे।’ शीघ्र ही उचित फैसला लिया जाएगा इसके साथ ही चंपाई सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट भी किया है। लिखा है- धन्यवाद झारखंड ! इस प्यार, सहयोग एवं समर्थन के लिए।पिछले साढ़े चार दशकों से आम जनता के मुद्दों को लेकर संघर्ष करता रहा हूं, और आपका आशीर्वाद, जीवन के इस नये अध्याय में मुझे सही फैसला लेने का हौसला दे रहा है। फिलहाल जनता से मिल रहा हूं। संन्यास लेना अब विकल्प नहीं है। सभी लोगों की राय के आधार पर शीघ्र ही उचित फैसला लिया जाएगा। 16 अगस्त से शुरू हुई थी BJP में जाने की अटकलें 20 अगस्त को चंपाई सोरेन ने लेटर जारी कर दिए थे पार्टी छोड़ने के संकेत ये खबर भी पढ़िए… चौथी बार झारखंड में फेल हुआ ऑपरेशन लोटस:हेमंत को पहले ही पता चल गया सीक्रेट प्लान, चंपाई की जगह विधायकों को भरोसे में लिया 20 अगस्त 2024। सीएम हाउस, रांची में अचानक हलचल बढ़ती है। जिन विधायकों को चंपाई सोरेन के साथ बताया जा रहा था, वे अचानक एक-एक कर सीएम हाउस पहुंचे। यहां लगभग 3 घंटे तक इनकी सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात हुई। इसके बाद विधायकों ने कहा कि ‘हम सीएम हेमंत सोरेन के साथ थे, हैं और मजबूती से रहेंगे। झामुमो छोड़कर कहीं नहीं जा रहे।’ उधर, चंपाई सोरेन भी दिल्ली से कोलकाता के रास्ते सरायकेला पहुंच गए। बीजेपी में जाने के सवाल पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ‘उनका पार्टी को नुकसान पहुंचाने का कोई मकसद नहीं है।’ पूरी खबर पढ़िए
Credit: Dainik Bhaskar