डेलॉइट के बाद अब एडटेक कंपनी बायजूस की ऑडिटर कंपनी BDO ग्लोबल ने रिजाइन कर दिया है। BDO (MSKA एसोसिएट्स) को जून 2023 में डेलॉइट के इस्तीफा देने के बाद 5 साल के लिए बायजूस और आकाश एजुकेशनल सर्विसेज का ऑडिटर नियुक्त किया गया था। डेलॉइट ने अनियमितताओं का हवाला देते हुए बायजूस के ऑडिटर के तौर पर इस्तीफा दे दिया था। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, BDO ने बायजूस के दिवालिया घोषित होने के एक दिन बाद 17 जुलाई को फोरेंसिक ऑडिट की डिमांड की थी। स्टेट्यूटरी रिक्वायरमेंट्स यानी वैधानिक आवश्यकताओं के अनुसार, कंपनी के जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर इस तरह के लेटर को शुरू करने के 45 दिनों के अंदर ऑडिटर इस्तीफा दे सकता है। बायजूस के CEO ने BDO पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया हालांकि, बायजूस के फाउंडर और CEO बायजू रवीन्द्रन ने BDO पर ब्लैकमेल करने आरोप लगाया है। रवीन्द्रन ने 6 सितंबर को BDO के एक टॉप एग्जीक्यूटिव को भेजे ईमेल में कहा, ‘जैसा कि आप अच्छी तरह से जानते हैं, बायजूस ने BDO द्वारा किए गए हर अनुरोध को माना है, सिवाय उन अनुरोधों के जिनके लिए हमें नैतिकता और वैधता की सीमाओं को पार करना होगा।’ रवीन्द्रन ने आगे कहा, ‘इसके अलावा मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि वित्त वर्ष 2022 की वर्चुअल बोर्ड मीटिंग में, जब ऑडिट रिपोर्ट साफ थी। तब आपने व्यक्तिगत रूप से पुष्टि की थी कि ड्यू डिलिजेंस की पूरी प्रक्रिया के बाद आपको हमारे अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में धोखाधड़ी या कदाचार का कोई सबूत नहीं मिला। यह आश्वासन सीधे आपसे आया था और हमारे पास इसका रिकॉर्ड है।” कंपनी BDO को ड्यू-फीस का पेमेंट करने में कामयाब रही बायजूस इस समय फाइनेंशियल क्राइसिस से गुजर रही है। हालांकि, रवीन्द्रन का कहना है कि कंपनी अभी भी BDO को ड्यू-फीस का आंशिक भुगतान करने में कामयाब रही है। हमारे पास इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्डिंग्स के रूप में कई सबूत हैं रवीन्द्रन ईमेल में लिखा, ‘यह मुश्किल समय में साथ मिलकर काम करने की हमारी इच्छा को दर्शाता है। हालांकि, ऐसा लगता है कि BDO के इस्तीफे का असली कारण मैनेजमेंट द्वारा बैक-डेट डॉक्युमेंट्स और फाइलिंग्स के आपके अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार करना है। यह अनुरोध अवैध है। हमारे पास इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्डिंग्स के रूप में कई सबूत हैं, जहां BDO के सीनियर पार्टनर्स स्पष्ट रूप से हमारी टीम से कई बैकडेटेड रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कह रहे हैं। मुझे तो यहां तक पता चला है कि आपके सीनियर पार्टनर ने इस अवैध गतिविधि के लिए खुद ही वैल्यूएशन फर्म की सिफारिश की थी।’ ये खबर भी पढ़ें… बायजूस के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई शुरू होगी: NCLT ने BCCI की याचिका मंजूर की, कंपनी ने टीम इंडिया की स्पॉन्सरशिप के ₹158 करोड़ नहीं चुकाए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने एडटेक कंपनी बायजूस के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई शुरू करने के लिए BCCI की याचिका स्वीकार कर ली है। ये मामला भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के लिए बायजूस और BCCI के बीच स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा है। पूरी खबर पढ़ें…
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