तुर्किये की संसद में शुक्रवार को जमकर मारपीट हुई। सांसदों ने एक दूसरे पर लात-घूंसे चलाए। यह मारपीट करीब 30 मिनट तक चली। इसमें 3 विपक्षी सांसद घायल हो गए। वीडियो फुटेज में स्पीकर के पोडियम की सीढ़ियों पर खून के छींटे भी नजर आए। दरअसल, एक विपक्षी सांसद ने तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन की पार्टी को आतंकवादी संगठन कह दिया। इस पर एर्दोगन की जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी के एक नेता ने विपक्षी नेता अहमद सिक पर हमला कर दिया। लड़ाई बढ़ती चली गई और सांसद एक-दूसरे पर मुक्के बरसाने लगे। इस घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। तुर्किये की संसद में हुई मारपीट के फुटेज जेल में बंद सांसद को लेकर हो रही थी बैठक
तुर्किये की संसद में शुक्रवार को एक स्पेशल सेशन की बैठक हो रही थी। इसमें एक सांसद कैन अताले को लेकर चर्चा चल रही थी। अताले ने 2013 में एदोर्गन सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था जिसमें खूब हिंसा हुई थी। इसके बाद अताले को गिरफ्तार कर लिया गया था। अताले 2013 से ही जेल में हैं। उन्हें साल 2022 में 18 साल की सजा सुनाई गई थी। पिछले साल मई में हुए चुनाव में अताले ने जीत हासिल की थी। वे वामपंथी TIP पार्टी से सांसद बने। इसकी संसद में तीन सीटें हैं। इसके बाद अर्दोगन की पार्टी ने एक बिल लाकर अताले की संसद सदस्यता खारिज करा दी। इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में अपील की गई। 1 अगस्त को तुर्किये सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया जिसमें संसद के फैसले को पलट दिया गया। अताले फिर से सांसद बन गए। कोर्ट ने सांसद के रूप में उनके सभी अधिकारों को बहाल कर दिया। अदालत ने सांसद को रिहा करने का आदेश दिया
अदालत ने अताले को जेल से रिहा करने का भी आदेश दिया। दरअसल अताले ने अदालत में अपील की थी कि जेल में रहने के कारण अपने इलाके का काम नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें 5 साल के लिए जेल में रहने से छूट दी जाए। वे अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद वापस जेल चले जाएंगे। अदालत ने उनकी मांग मान ली। संसद में अदालत के इसी फैसले पर बहस चल रही थी। अताले की ही पार्टी के नेता अहमद सिक भाषण दे रहे थे। उन्होंने कहा, “हमें इस बात पर हैरानी नहीं है कि सत्ताधारी पार्टी के कई सांसद अताले को आतंकवादी कहते हैं। दरअसल आप उन सभी को आतंकी कहते हैं जो आपके खिलाफ बोलते हैं, लेकिन सबसे बड़े आतंकी तो आप लोग हैं सांसद बनकर यहां बैठे हैं। आपकी पार्टी आतंकियों की पार्टी है।“ उनकी इस बात से संसद में हंगामा शुरू हो गया। हाथापाई के चलते संसद की कार्रवाई पर रोक लगा दी गई। तीन घंटे से ज्यादा के ब्रेक के बाद, सत्र फिर से शुरू हुआ। स्पीकर ने विपक्षी पार्टी के नेता सिक को एर्दोगन की पार्टी के खिलाफ दिए गए उनके बयानों के लिए फटकार लगाई। स्पीकर ने उन नेताओं को भी डांट लगाई जिन्होंने सिक पर हमला किया। झगड़े में शामिल दोनों सांसदों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही। तुर्किये की संसद में पहले भी हुई हाथापाई, सांसद की नाक टूटी
मुख्य विपक्षी पार्टी CHP के प्रमुख ओजगुर ओजेल ने हिंसा की निंदा की। उन्होंने कहा कि संसद में ये सब होते देख उन्हें शर्म आ रही है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब तुर्की की संसद में हाथापाई हुई है। इसी साल जून में AKP सांसदों ने कुर्द समर्थक DEM पार्टी के बीच हाथापाई हुई थी। सांसद DEM मेयर को हिरासत में लेने के मुद्दे पर लड़ पड़े। इसके बाद बैठक को एक दिन के लिए बंद कर दिया गया था। साल 2014 में तुर्किये की संसद ने न्यायिक संस्था में सुधार से जुड़े एक विवादास्पद बिल को मंजूरी दी थी। इस दौरान हुई धक्का मुक्की और हाथापाई में एक सांसद की नाक टूट गई थी। बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर बोले-हिंदुओं पर हमले बढ़ा-चढ़ाकर दिखाए गए, मोदी से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का वादा किया बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस ने शुक्रवार शाम को PM नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर PM मोदी को जानकारी दी। यूनुस ने PM मोदी से कहा कि अल्पसंख्यकों पर हमलों की रिपोर्ट को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। उन्होंने स्थिति को जांचने के लिए भारतीय पत्रकारों को देश का दौरा करने और वहां पर से घटना की रिपोर्टिंग करने के लिए आमंत्रित किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
Credit: Dainik Bhaskar