दूसरी तिमाही में अडाणी पावर का मुनाफा 50% कम हुआ:₹3,298 करोड़ रहा, रेवेन्यू 3% बढ़कर 13,339 करोड़ रुपए; एक साल में 66% चढ़ा शेयर

थर्मल पावर प्रोड्यूस करने वाली अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी पावर को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 3,298 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 50% की कमी आई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,594 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। ऑपरेशनल रेवेन्यू की बात करें तो जुलाई-सितंबर तिमाही में यह 13,339 करोड़ रुपए रहा। सालाना आधार पर इसमें 3% की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने 12,991 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से हुई आय को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। कॉन्सोलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है। इस साल 14% चढ़ा अडाणी पावर का शेयर
अडाणी पावर के शेयर में आज यानी सोमवार (28 अक्टूबर) को 0.49% की मामूली बढ़त के बाद 595.20 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर पिछले एक महीने में 9.29% और छह महीने में 0.15% गिरा है। अडाणी पावर का शेयर पिछले एक साल में 66.28% और इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक 13.75% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। कंपनी का मार्केट कैप 2.31 लाख करोड़ रुपए है। 1996 में हुई थी अडाणी पावर की शुरुआत
अडाणी पावर लिमिटेड (APL) की शुरुआत 22 अगस्त 1996 में हुई थी। यह देश की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर थर्मल पावर प्रोड्यूसर है। कंपनी के पास 15,250 मेगावॉट पावर जनरेशन की क्षमता है। इसके थर्मल प्लांट्स गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में हैं। वहीं, गुजरात में 40 मेगावॉट कैपेसिटी का सोलर प्लांट है। क्योटो प्रोटोकॉल के क्लीन डेवलपमेंट मीशन (CDM) के तहत रजिस्टर्ड कोयला-बेस्ड सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स बनाने वाली कंपनी है। ये खबर भी पढ़ें… अडाणी विल्मर का दूसरी तिमाही में 311 करोड़ का मुनाफा: पिछले साल 131 करोड़ रुपए का नुकसान था, नतीजों के बाद 6% चढ़ा शेयर अडाणी ग्रुप की FMCG कंपनी अडाणी विल्मर का वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 311 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 131 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 14,460 करोड़ रुपए रहा। सालाना आधार पर इसमें 18% की बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने 12,267 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाले पैसे को रेवेन्यू या राजस्व कहते हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

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