नेतन्याहू के खिलाफ हजारों इजराइलियों का प्रदर्शन:सीजफायर और चुनाव कराने की मांग की; मृत बंधकों के परिजन बोले- उन्हें बचाया जा सकता था

इजराइल में शनिवार (24 अगस्त) को हजारों लोग चुनाव कराने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए। लोगों ने नेतन्याहू सरकार पर बंधकों को बचाने में नाकाम होने के आरोप लगाए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बंधकों को वापस लाने और सीजफायर का समझौता करने की भी मांग की। द टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, जंग में मारे गए बंधकों के परिवार वालों ने तेल अवीव में प्रदर्शन के दौरान नेतन्याहू पर आरोप लगाया कि, वे चाहते तो उन्हें बचा सकते थे। इजराइली सेना ने मंगलवार (20 अगस्त) को गाजा से 6 बंधको के शव बरामद किए थे। यह प्रदर्शन उन्हीं के परिवारों के नेतृत्व में हुआ। प्रदर्शनों के दौरान यरूशलम में तीन प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। प्रदर्शनकारी बोले- नेतन्याहू शांति समझौता नहीं करेंगे तो कट्टरपंथी नेताओं की इच्छा पूरी होगी
प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू पर हमास से शांति समझौता कर पाने में असफल होने का आरोप भी लगाया। एक बंधक के भाई, डिकमैन ने कहा, “अगर नेतन्याहू शांति के लिए समझौता नहीं कर पाते हैं तो वे हमास – इजराइल के कट्टरपंथी नेताओं याह्या सिनवार और बेन ग्विर की इच्छा पूरी करेंगे।” वहीं, विपक्ष के नेता यायर लैपिड ने कहा कि, सीजफायर के लिए किसी दल को भेजने की बजाए, प्रधानमंत्री को खुद बातचीत के लिए काहिरा जाना चाहिए। दरअसल, इजराइल-हमास के बीच जंग रोकने के लिए काहिरा में शनिवार को हमास, मिस्र, कतर और अमेरिका में बातचीत हुई। हालांकि, लेबनान की हिजबुल्लाह समर्थक, अल मायादीन समाचार समाचार एजेंसी ने कहा कि, काहिरा में बातचीत से कोई हल नहीं निकला। रिपोर्ट में दावा किया गया कि, हमास ने कहा है कि फिलाडेल्फी कॉरिडोर में इजराइल को अपनी सेना हटानी होगी। इससे पहले, इजराइल का एक दल भी गुरुवार और शुक्रवार को काहिरा में बातचीत के लिए गया था। हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर में 251 इजराइली नागरिकों को बनाया था बंधक
हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था, जिसमें 1200 लोगों की मौत हो गई थी और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था। हालांकि, हमास ने नवंबर में 109 नागरिकों को आजाद कर दिया था। इजराइली सेना ने अब तक 34 बंधकों के शव बरामद किए हैं। इजराइल का दावा हैं कि अभी भी 105 नागरिक हमास के कब्जे में हैं। इस हमले के बाद से हमास और इजराइल के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है।
इजराइली हमलों से गाजा में अब तक 40 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी हैं और 90 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। जंग की वजह से गाजा में लगभग 18 लाख लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। यह खबर भी पढ़े… हिजबुल्लाह का इजराइल पर हमला, 320 रॉकेट दागे:11 मिलिट्री बेस को निशाना बनाया; इजराइल में इमरजेंसी, 100 फाइटर जेट्स से पलटवार किया लेबनान से ऑपरेट होने वाले हिजबुल्लाह संगठन ने इजराइल पर 320 मिसाइलों और ड्रोन्स से हमला किया है। कतर के मीडिया हाउस अलजजीरा के मुताबिक हिजबुल्लाह ने रविवार को इजराइल के 11 सैन्य ठिकानों पर 320 रॉकेट फायर किए। हिजबुल्लाह ने यह हमला अपने टॉप कमांडर फुआद शुक्र की मौत का बदला लेने के लिए किया। दरअसल, इजराइल ने 30 जुलाई को बेरूत में एक एयरस्ट्राइक कर हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर को मार गिराया था। पूरी खबर पढ़े…

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