पैरा शूटर रुबीना फ्रांसिस ने पेरिस पैरालिंपिक में शनिवार को ब्रॉन्ज मेडल जीता। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल के SH1 कैटेगरी में यह मेडल दिलाया। रुबीना ने फाइनल में 211.1 स्कोर किया। पेरिस पैरालिंपिक में भारत के अब तक 5 मेडल हो गए हैं। वहीं सुकांत कदम ने मेंस सिंगल्स के SL4 ग्रुप प्ले स्टेज में थाईलैंड के सिरीपोंग टीमारोम को 25 मिनट में 21-12, 21-12 से हराया। ग्रुप में लगातार दूसरी जीत के साथ कदम ने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। इससे पहले, शुक्रवार को भारत ने 4 मेडल जीते थे। विमेंस शूटिंग में अवनी लेखरा ने गोल्ड और मोना अग्रवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। मेंस 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में मनीष नरवाल ने सिल्वर दिलाया था। विमेंस की 100 मीटर टी-35 कैटेगरी रेस में प्रीति पाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। क्वालिफिकेशन राउंड में छठे नंबर पर रही थीं रुबीना
शूटिंग में SH1 कैटेगरी में वे शूटर शामिल होते हैं, जिनके हाथ, शरीर के निचले हिस्से या पैर प्रभावित होते हैं या फिर जिनके कोई अंग नहीं होते। रुबीना विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल के क्वालिफिकेशन राउंड में छठे नंबर पर रही थीं। ईरान की सारेह ने गोल्ड जीता, उनका स्कोर 236.8 रहा। तुर्किये की आजेल ओजगान को 231.1 के स्कोर के साथ सिल्वर मेडल मिला। पैरा आर्चरी : सरिता कुमारी क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर
सरिता कुमारी विमेंस इंडिविजुअल कंपाउंड के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गईं। उन्हें क्वार्टर फाइनल में तुर्किये की ओजनूर क्यूर गिरडी ने 145-140 से हराया। पैरा आर्चरी : शीतल देवी प्री-क्वार्टर फाइनल में हारीं
शीतल देवी विमेंस इंडिविजुअल कंपाउंड ओपन 1/8 एलिमिनेशन राउंड में चिली की मारियाना जुनिगा से 137-138 से हारकर बाहर हो गईं। 17 साल की शीतल सिर्फ एक अंक से मुकाबला हार गईं। पैरा बैडमिंटन : मंदीप क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं
पेरिस पैरालिंपिक गेम्स के तीसरे दिन की शुरुआत पैरा शटलर मंदीप कौर ने जीत के साथ की। उन्होंने बैडमिंटन विमेंस सिंगल्स के SL3 कैटेगरी में ऑस्ट्रेलिया की सेलिन विनोट को 21-23, 21-10, 21-17 से हराया। इसके साथ ही मंदीप क्वार्टर फाइनल में पहुंच गईं। बैडमिंटन में SL3 कैटेगरी में वे खिलाड़ी शामिल होते हैं, जिनके निचले अंग विकलांगता से प्रभावित होते हैं। पैरा बैडमिंटन : नितेश कुमार सीधे गेमों में जीते
नितेश कुमार ने बैडमिंटन मेंस सिंगल्स के SL3 कैटेगरी के ग्रुप स्टेज मैच में थाईलैंड के मोंगखोन बन्सन को सीधे गेमों में 21-13, 21-14 से हराया। उन्होंने यह मुकाबला 33 मिनट में जीता। पैरा शूटिंग : स्वरूप महावीर फाइनल में जगह बनाने से चूके
स्वरूप महावीर उनहालकर मेंस 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 क्वालिफिकेशन राउंड में 14वें नंबर पर रहें। उन्होंने क्वालिफिकेशन राउंड में 613.4 स्कोर किया। इसी के वे फाइनल में पहुंचने से चूक गए। पैरा साइकिलिंग ट्रैक : ज्योति-अरशद फाइनल में जगह बनाने में विफल रहें
ज्योति गडेरिया पैरा साइकिलिंग C1-3 500 मीटर टाइम ट्रायल के फाइनल के लिए क्वालिफाई करने में विफल रहीं। वह क्वालिफाइंग राउंड में 11वें स्थान पर रहीं। इस कैटेगरी में टॉप-6 राइडर्स फाइनल में जगह बनाए। अरशद शेख मेंस की C1-3 1000 मीटर टाइम ट्रायल क्वालिफाइंग में 17वें स्थान पर रहे और फाइनल में जगह नहीं बना सके। दूसरे दिन के हाइलाइट्स अवनी ने पहला मेडल दिलाया
अवनी लेखरा ने पैरालिंपिक गेम्स 2024 में भारत को पहला मेडल दिलाया। उन्होंने गेम्स के दूसरे दिन शुक्रवार को विमेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग की SH1 कैटेगरी में पैरालिंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 249.7 स्कोर किया। कोरिया की युनरी ली को सिल्वर मिला, उनका स्कोर 246.8 रहा। भारत की ही मोना अग्रवाल ने 228.7 के स्कोर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। मनीष नरवाल ने सिल्वर मेडल जीता
भारत के लिए शुक्रवार का चौथा मेडल मेंस शूटिंग में आया, मनीष नरवाल ने मेंस 10 मीटर एयर पिस्टल की SH1 कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने 234.9 के फाइनल स्कोर के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। कोरिया के जियोन्ग्डू जो ने 237.4 पॉइंट्स के साथ गोल्ड मेडल जीता। वर्ल्ड और पैरालिंपिक रिकॉर्ड होल्डर चीन के चाओ यांग 214.3 पॉइंट्स के साथ तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने टोक्यो में 237.9 पॉइंट्स स्कोर कर गोल्ड जीता था, उनके नाम 241.8 पॉइंट्स का वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है। एक समय टॉप पर पहुंच गई थीं मोना अग्रवाल
मोना अग्रवाल ने विमेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग की SH1 कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता। शूटिंग में SH1 कैटेगरी में वे शूटर शामिल होते हैं, जिनके हाथ, शरीर के निचले हिस्से या पैर प्रभावित होते हैं। या फिर जिनके कोई अंग नहीं होते। प्रीति ने दिलाया दिन का तीसरा मेडल
विमेंस 100 मीटर टी-35 कैटेगरी की रेस में भारत को ब्रॉन्ज मेडल मिला। प्रीति पाल ने 14.21 सेकेंड में रेस पूरी कर तीसरा स्थान हासिल किया। यह उनकी करियर बेस्ट टाइमिंग रही। गोल्ड और सिल्वर मेडल चीन के खाते में गए। जिया झोऊ ने 13.58 सेकेंड के साथ पहला और किआन गुओ ने 13.74 सेकेंड के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। टी-35 कैटेगरी में टी का मतलब ट्रैक होता है, वहीं 35 कैटेगरी में वे एथलीट्स आते हैं, जिन्हें हायपरटोनिया, एटाक्सिया या एथेटोसिस जैसी बीमारी हो।
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