फेक न्यूज एक्सपोज:ट्रेन जिहाद के नाम से VIDEO वायरल; जानिए क्या है दावे की सच्चाई

सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेन की पटरी पर फिश प्लेट और कीज के पार्ट रखे हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो सूरत का है। जहां रेल जिहाद करने की कोशिश की गई। इस वीडियो को X पर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड यूजर्स ने शेयर किया। जितेंद्र प्रताप सिंह नाम के वेरिफाइड यूजर ने लिखा- ब्रेकिंग : सूरत में बहुत बड़े रेल जिहाद की कोशिश नाकाम हुई। किम रेलवे स्टेशन से कुछ दूर आगे रेलवे के कई फिश प्लेट और तमाम चाबियां खुली हुई मिली। ट्रेन की आवाजाही रोक दी गई है। रेलवे के लोग ट्रैक को दुरुस्त करने में लगे हैं। गौरतलब है कि इस जगह पर दोनों तरफ बड़ी संख्या में विशेष समुदाय की आबादी है। (अर्काइव) इसी कैप्शन और दावे के साथ मनीष कश्यप नाम के एक अन्य वेरिफाइड यूजर ने भी ये वीडियो शेयर किया। (अर्काइव) पीएन रॉय नाम के यूजर ने लिखा- ट्रेन जिहाद होते-होते बचा। सूरत में किसी आतंकी ने फिश प्लेट निकाल कर पटरी पर रख दिया था। (अर्काइव) सनातनी योद्धा नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा- मित्रों एक बार फिर से रेल जिहाद की घटना सामने आ रही है। इस बार निशाना सूरत के हिंदू थे, लेकिन भला हो लाइनमैन का जिसने खुली फिश प्लेट देखकर समय रहते ट्रेनों की आवाजाही रोक दी वरना हजारों हिंदू काल के गाल में समा जाते। (अर्काइव) वायरल वीडियो का सच… 20 सितंबर की यह घटना गुजरात के सूरत की है। सूरत से 50 किमी दूर कीम रेलवे स्टेशन मास्टर को ट्रैक मैन ने बताया था कि रेलवे ट्रैक से फिश प्लेट और 71 कीज गायब हैं। इसका पता रेलवे ट्रैक का निरीक्षण के दौरान चला। किसी ने ट्रैक से फिश प्लेट और कीज के पार्ट निकालकर उन्हें ट्रैक पर रख दिया था। इस मामले में चौका देने वाला खुलासा पुलिस कार्रवाई के बाद हुआ। जांच में पता चला कि इस घटना की सूचना देने वाला रेलवे कर्मचारी (की-मैन) ही आरोपी है। दरअसल, की-मैन सुभाष कुमार पोद्दार ने कबूला कि उसने इनाम और प्रमोशन पाने के लिए दो अन्य कर्मचारियों की मदद से यह साजिश रची थी। इस साजिश में शामिल अन्य दो ट्रैकमेन के नाम मनीष कुमार मिस्त्री और शुभम जायसवाल हैं। साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत और भ्रामक है। वायरल वीडियो में दिख रही घटना के आरोपी रेलवे कर्मचारी (की-मैन) ही थे। फेक न्यूज के खिलाफ हमारे साथ जुड़ें। कोई भी ऐसी सूचना जिस पर आपको संदेह हो तो हमें ईमेल करें @fakenewsexpose@dbcorp.in और वॉट्सऐप करें- 9201776050

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