फेक न्यूज एक्सपोज:पोप फ्रांसिस की ईस्ट तिमोर यात्रा का वीडियो, AIMIM की ‘तिरंगा रैली’ का बताकर सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल

भाजपा विधायक नितेश राणे और संत रामगिरी महाराज ने मुस्लिमों को लेकर पिछले दिनों टिप्पणी की थी। इसके जवाब में AIMIM ने ‘तिरंगा रैली’ निकाली थी। अब इस रैली से जुड़े ढेरों वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक्स यूजर दीपक शर्मा ने इस वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा- ये पाकिस्तान या बांग्लादेश नहीं है। ये इराक, ईरान या अफगानिस्तान भी नहीं है, अपना मुंबई है जहां मुसलमान अपनी ताकत दिखाने को सड़कों पे निकला है। सोते रहो हिन्दुओं। (अर्काइव लिंक) देखें ट्वीट: खबर लिखे जाने तक दीपक शर्मा के इस ट्वीट को 9500 से अधिक लोग लाइक कर चुके थे वहीं, इसे 4400 बार रीपोस्ट किया गया था। दीपक शर्मा को एक्स पर 1 लाख से अधिक लोग फॉलो करते हैं। हमें सनातनी हिंदू राकेश नाम के एक्स यूजर का पोस्ट भी मिला। इस पोस्ट में भी वही बातें लिखीं हुईं थीं जो दीपक शर्मा ने ने अपने ट्वीट में कहीं थीं। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: पड़ताल के दौरान हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स भी मिलीं जिनमें भी इस वीडियो को ‘तिरंगा रैली’ का बताया गया था। देखें स्क्रीनशॉट। क्या है वायरल दावे का सच ? दावे की पड़ताल के लिए हमने वायरल वीडियो के की फ्रेम्स को गूगल इमेज पर रिवर्स सर्च किया। जांच में सामने आया कि जिस वीडियो को मुंबई का बताया जा रहा है वो असल में ईस्ट तिमोर में ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस की एक यात्रा के दौरान का था। जांच के दौरान हमें एक फेसबुक पोस्ट मिली जिसे 14 सितंबर 2024 को किया गया था। Parroquia Sagrado Corazón Col. Buenos Aires नामक पेज से की गई पोस्ट के कैप्शन में लिखा था- ईस्ट तिमोर में पोप फ्रांसिस। देखें फेसबुक पोस्ट : हमें Nigerian Catholics नामक फेसबुक पेज से की गई पोस्ट भी मिली। इस पेज को 73 हजार लोग फॉलो करते हैं। 12 सितंबर 2025 को की गई इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा था- 100% कैथोलिक मूल वाले देश टिमोलेस्टे की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान पोप फ्रांसिस का स्वागत हुआ। देखें फेसबुक पोस्ट : वहीं, AP की 11 सितंबर को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया था कि पूर्वी तिमोर में पोप फ्रांसिस की यात्रा के दौरान 6 लाख लोगों की भीड़ जुटी थी। देखें स्क्रीनशॉट: स्पष्ट है कि जिस वीडियो को AIMIM की ‘तिरंगा रैली’ का बताकर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है वो असल में भारत का नहीं बल्कि पूर्वी तिमोर में पोप फ्रांसिस की यात्रा के दौरान का था। फेक न्यूज के खिलाफ हमारे साथ जुड़ें। कोई भी ऐसी सूचना जिस पर आपको संदेह हो तो हमें ईमेल करें @fakenewsexpose@dbcorp.in और वॉट्सऐप करें- 9201776050

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