फेबियन प्रीमियर लीग इतिहास के सबसे युवा मैनेजर:ब्राइटन को दे रहे कोचिंग, टीम के खिलाड़ी उनसे 7 साल तक बड़े

जर्मन कोच फेबियन हर्जेलर कोचिंग स्टाइल नहीं बल्कि अपनी कम उम्र के कारण चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। 31 साल 173 दिन के फेबियन प्रीमियर लीग इतिहास में सबसे युवा स्थाई मैनेजर हैं। वे ब्राइटन क्लब को कोचिंग दे रहे हैं। प्रीमियर लीग की शुरुआत के बाद फेबियन का जन्म हुआ फेबियन इंग्लैंड की इस टॉप फुटबॉल लीग के पहले मैनेजर हैं, जो इसके शुरू होने के बाद जन्मे हैं। प्रीमियर लीग की शुरुआत साल 1992 से हुई थी जबकि फेबियन का जन्म 26 फरवरी 1993 को हुआ। वे अपनी टीम ब्राइटन के मिडफील्डर जेम्स मिलनेर से उम्र में 7 साल छोटे हैं। फेबियन की कोचिंग में ब्राइटन ने एवर्टन को उसके मैदान पर 3-0 से चित किया था। 29 साल की उम्र में सेकंड टियर लीग के कोच बने फेबियन जर्मनी की सेकंड टियर लीग के भी सबसे युवा कोच थे, जब उन्हें साल 2022 में 29 वर्ष की उम्र में सेंट पॉली द्वारा नियुक्त किया गया था। तब उन्होंने क्लब को रेलिगेशन जोन से बाहर निकाला और पिछले सीजन में जर्मनी की टॉप टियर लीग बुंदेसलिगा में प्रमोशन दिलाया। इसके बाद ब्राइटन के मालिक टोनी ब्लूम का ध्यान उन पर गया और वे इस इंग्लिश क्लब से जुड़े। 10 साल की उम्र में ही करियर के बारे में सोच लिया अमेरिका के ह्यूस्टन में डेंटिस्ट पैरेंट्स के घर जन्मे फेबियन के पिता स्विस और मां जर्मन मूल की हैं। जब वे दो साल के थे, तो उनका परिवार जर्मनी वापस चला गया, जहां वे म्यूनिख में पले-बढ़े। वे 10 साल की उम्र में ही वे बायर्न म्यूनिख की एकेडमी में शामिल हो गए। लेकिन अगले 10 साल में उन्हें आभास हो गया था कि वे पेशेवर फुटबॉलर नहीं बन सकते। 23 की उम्र में कोचिंग करियर शुरू किया था 23 की उम्र में उन्होंने मैनेजमेंट में अपनी पहली छलांग लगाई और 5वें डिविजन क्लब एफसी पिपिन्सरीड में खिलाड़ी-कोच के रूप में शामिल हुए। फेबियन जोर देकर कहते हैं कि उनके पास कोचिंग में उनसे उम्र में बड़े कई अन्य लोगों की तुलना में अधिक अनुभव है। उन्होंने अप्रैल 2023 में सिर्फ 30 साल की उम्र में अपना यूएफा प्रो लाइसेंस हासिल किया था। वे कोचिंग में उरुग्वे के मार्सेलो बिल्सा और मैनचेस्टर सिटी के पेप गुआर्डिओला को आदर्श मानते हैं। क्लब को मानते हैं परिवार, इंग्लैंड में ब्राइटन से जुड़ने से पहले ही नॉन-फुटबॉल स्टाफ तक का नाम जानते थे फेबियन क्लब को परिवार मानते हैं। क्लब से आधिकारिक रूप से जुड़ने से पहले उन्होंने पूरे नॉन-फुटबॉल स्टाफ के नाम सीखे और जब उनसे मिले तो उनके नाम से पुकारा। वे सभी के लिए कुकीज और कैंडी लेकर गए थे। कठिन ट्रेनिंग सेशन के बाद उन्होंने मौज-मस्ती के लिए हैंड टेनिस की शुरुआत की। इससे उनका खिलाड़ियों के साथ मजबूत रिश्ता बन गया।

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