सिंगल म्यूजिक वीडियो सॉन्ग ‘बारिश की जाए’ और ‘यार का सताया हुआ है’ के बाद नवाजुद्दीन सिद्दीकी का नया म्यूजिक वीडियो ‘सईंया की बंदूक’ हाल ही में रिलीज हुआ है। इस म्यूजिक वीडियो को लेकर नवाजुद्दीन सिद्दीकी और सिंगर सोनू ठुकराल ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। बातचीत के दौरान नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अनुराग कश्यप के एक्टिंग करियर के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि जिसको अनुराग नहीं मना कर पाते हैं, उनकी फिल्म में एक्टिंग कर लेते हैं। मुझे उनके स्वास्थ्य की बहुत फिक्र रहती है। उनका स्वस्थ रहना मेरे लिए बहुत जरूरी है। ‘सईंया की बंदूक’ का जब आपको ऑफर मिला तो कितना समय लगा हां बोलने में? मैं बी प्राक और जॉनी के साथ पहले भी काम कर चुका हूं। जब आप साथ काम करते हैं तो एक फैमिली जैसा माहौल बन जाता है। जब फैमिली में कोई काम होता है, तो सोचने की जरूरत नहीं पड़ती है। ‘सईंया की बंदूक’ के जॉनी प्रोड्यूसर और गीतकार हैं। बी प्राक इसके म्यूजिक प्रोड्यूसर हैं। अब हमारी फैमिली में सिंगर सोनू ठुकराल भी शामिल हो गए हैं। आशा करता हूं कि आगे जब भी काम करेंगे तो हमारी फैमिली में कोई और शामिल हो जाएगा। जनसंख्या बढ़ाने में हमारा बहुत बड़ा योगदान है। सोनू जब आपको बताया गया कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ स्क्रीन शेयर करने का मौका मिल रहा है, तब आपका क्या रिएक्शन था? मैं अपने आपको खुशकिस्मत समझता कि नवाज भाई के साथ काम करने का मौका मिला है। मैं उनका बहुत बाद फैन हूं। नवाज भाई के साथ स्क्रीन शेयर करना, मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत पल था। मैंने इसकी कभी कल्पना ही नहीं की थी। नवाज आप बताए शूटिंग के दौरान आपके कैसे अनुभव रहें? बहुत बढ़िया अनुभव रहा है। डायरेक्टर अरविंदर खारिया ने माहौल इतना सहज बना दिया था कि पता ही नहीं चला कि शूटिंग कर रहे हैं। आपको यकीन नहीं होगा कि मैंने 23 घंटे लगातार शूटिंग की थी। लेकिन जरा सी भी थकान नहीं हुई क्योंकि माहौल बहुत अच्छा था। करियर के शुरुआती दौर में कमल हासन से आपकी काफी मुलाकातें होती थी। स्टार बनने के बाद कब मुलाकात हुई? कमल हासन सर ने जब ‘हे राम’ और ‘अभय’ जैसी फिल्में की तो उसमें उनका हिंदी का डायलॉग कोच था। जब भी वो मुंबई आते थे तो हमारी मुलाकात होती थी। जब मैंने साउथ की फिल्में करनी शुरू की तब मेरी कमल सर से एक अवॉर्ड फंक्शन में मुलाकात हुई थी। वहां मुझे विलेन के लिए अवॉर्ड मिला था। वह पल मेरे लिए बहुत ही यादगार था। साउथ में शूटिंग का कैसा माहौल होता है? साउथ में बहुत ही प्रोफेशनल माहौल होता है। वहां पर सब टाइम शेड्यूल के हिसाब से होता है। समय से शूटिंग शुरू होती है और समय से पैकअप होता है। आर्टिस्ट और टेक्नीशियन सब समय से सेट पर पहुंचते हैं। बॉलीवुड में प्रोफेशनल तरीके से काम नहीं होता है? मुझे यह पता नहीं। मुझे लगता है कि यहां बहुत सारी चीजों का प्रेशर रहता है। अनुराग कश्यप आपके बहुत ही करीबी हैं। उनके एक्टिंग करियर को लेकर क्या कहना चाहेंगे? लोग उनसे एक्टिंग करवा रहे हैं। इसलिए वे कर रहे हैं। थिएटर में पहले वे एक्टर ही थे। इसलिए उनके लिए एक्टिंग बहुत इजी है। बहुत सारी फिल्मों में मना भी कर देते हैं। लेकिन जिनको मना नहीं कर पाते, उनकी फिल्म में एक्टिंग कर लेते हैं। मैं उनके एक्टिंग करियर को लेकर सिर्फ यही कहना चाहूंगा कि वे स्वस्थ रहे। उनका स्वस्थ रहना मेरे लिए बहुत जरूरी है। मुझे उनके स्वास्थ्य की बहुत फिक्र रहती है। आपको ऐसा लगता है कि एक्टिंग में आने के बाद लोगों का उनके प्रति नजरिया बदला है? मुझे लगता है कि जो लोग अनुराग से पहले प्यार करते थे। वो आज भी उतना ही करते हैं। अनुराग की खास बात यह है कि जो लोग उनसे प्यार करते हैं वो बिना किसी शर्त के करते हैं। अनुराग जैसा टैलेंट बहुत रेयर होता है। मैं उनका शुभचिंतक और भाई की तरह हूं। मैं हमेशा चाहता हूं कि वे स्वस्थ रहे हैं और सब कुछ करते रहें। उनके चाहने वालों को उनके स्वास्थ्य की बहुत फिक्र रहती है।
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