फ्रांस में टेलीग्राम के CEO पावेल डुरोव का केस बुधवार, 28 अगस्त को पुलिस हिरासत से रिहा कर कोर्ट को ट्रांसफर कर दिया गया है। अब इन्वेस्टिगेटिव जज तय करेगा कि उनके खिलाफ आपराधिक मामलों में जांच चलेगी या नहीं। इससे पहले कोर्ट ने डुरोव को 29 अगस्त तक कस्टडी में रखने के आदेश दिए थे। माना जा रहा है कि ये फैसला UAE के फ्रांस के साथ राफेल डील को सस्पेंड करने के मद्देनजर लिया गया है। UAE फ्रांस से 80 राफेल फाइटर जेट खरीदने वाला था। फ्रांस ने डुरोव को क्यों हिरासत में लिया था
फ्रांस में डुरोव पर टेलीग्राम के जरिए बाल यौन शोषण सामग्री को बढ़ावा देने, ड्रग ट्रैफिकिंग और संगठित अपराध से जुड़े 11 से ज्यादा केस दर्ज हैं। इसी सिलसिले में उन्हें 24 अगस्त को पेरिस में हिरासत में लिया गया था। डुरोव की सोशल मीडिया कंपनी टेलीग्राम का हेडक्वार्टर दुबई में है। उनके पास फ्रांस के साथ UAE की भी नागरिकता है। उनकी गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद UAE के विदेश मंत्रालय ने डुरोव को कॉन्सुलर सहायता दिलाने के लिए भी फ्रांस के अधिकारियों से संपर्क किया है।
विदेश मंत्रालय मंगलवार को कहा था, ‘हम डुरोव के मामले पर नजर बनाए हुए हैं। हमारे नागरिकों की सुरक्षा और उनके हितों की रक्षा UAE के लिए सबसे जरूरी है।’ इसके एक दिन बाद खबर आई कि UAE ने फ्रांस के साथ हर तरह के मिलिट्री और तकनीकी को-ऑपरेशन खत्म करने पर विचार कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि UAE ने राफेल डील को सस्पेंड कर दिया है।UAE ने 2021 में फ्रांस की एरोस्पेस कंपनी डसॉल्ट के साथ 80 फाइटर जेट खरीदने का सौदा किया था। इनकी डिलीवरी 2027 तक होनी थी। डुरोव का जन्म रूस में हुआ, 22 साल में बनाया टेलीग्राम
डुरोव का जन्म रूस में हुआ था। सोशल मीडिया कंपनी टेलीग्राम की स्थापना के बाद डुरोव कई देशों में रहे। उन्होंने 2017 में दुबई में टेलीग्राम का हेडक्वार्टर बनाया। इस दौरान उन्हें UAE की नागरिकता मिल गई। इसके 4 साल बाद 2021 में पावेल डुरोव ने फ्रांसीसी नागरिकता भी हासिल कर ली। डुरोव ने अपने भाई के साथ मिलकर 2013 में टेलीग्राम की स्थापना की थी। उन्हें रूस का जुकरबर्ग भी कहा जाता है। रूसी सरकार उनसे रूसी जनता से जुड़ा डेटा मांग रही थी, जिससे परेशान होकर उन्होंने 2014 में देश छोड़ दिया था। इसके बाद सेंट किट्स एंड नेविस की नागरिकता हासिल कर ली थी। 3700 किमी तक हमला कर सकता है राफेल फाइटर जेट
राफेल का निर्माण भी मिराज बनाने वाली फ्रेंच कंपनी डसॉल्ट एविएशन ने किया है। राफेल कई घातक हथियार और मिसाइल ले जाने में सक्षम, दुनिया के सबसे आधुनिक फाइटर प्लेन में से एक है। राफेल को अपनी स्पीड, हथियार ले जाने की क्षमता और आक्रमण क्षमता की वजह से जाना जाता है। ये सिंगल और डुअल सीटर दोनों विकल्पों के साथ आता है। राफेल की मारक रेंज 3,700 किलोमीटर है। इसमें तीन तरह की मिसाइलें लगाई जा सकती हैं। हवा से हवा में मार करने वाली मीटियॉर, हवा से जमीन पर मार करने वाली स्कैल्प और हैमर मिसाइल।राफेल स्टार्ट होते ही महज एक सेकेंड में 300 मीटर ऊंचाई पर पहुंच सकता है। यानी एक ही मिनट में राफेल 18 हजार मीटर की ऊंचाई तक पहुंच जाता है। इसका रेट ऑफ क्लाइंब चीन-पाकिस्तान के पास मौजूद आधुनिक फाइटर प्लेन्स से भी बेहतर है। राफेल एक ओमनी रोल फाइटर प्लेन है, जिसे पहाड़ पर बेहद कम जगह में भी उतार सकते हैं और समुद्र में चलते हुए युद्धपोत पर भी उतारा जा सकता है। राफेल की एक और खासियत हवा में उड़ान भरते हुए फ्यूल भरने की है। एक बार फ्यूल भरने पर यह लगातार 10 घंटे उड़ान भर सकता है। यह खबर भी पढ़ें… टेलीग्राम CEO के हनी ट्रैप में फंसने का शक:फ्रांस में 12 केस दर्ज थे, फिर भी यहां आए और गिरफ्तार हुए; अब गर्लफ्रेंड लापता मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम के CEO पावेल डुरोव की गिरफ्तारी तीन दिन बाद भी रहस्य बनी हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी गिरफ्तारी के बाद से उनकी 24 साल की गर्लफ्रेंड यूलिया वाविलोवा लापता हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यूलिया की वजह से ही डुरोव की गिरफ्तारी हुई है। वे डुरोव के साथ एक प्राइवेट जेट में अजरबैजान से पेरिस पहुंची थीं। पूरी खबर पढ़ें…
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