बांग्लादेश में विपक्षी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का बैंक अकाउंट पर लगी रोक हटा दी गई है। राष्ट्रीय राजस्व बोर्ड (NBR) ने सोमवार (19 अगस्त) को जिया के बैंक अकाउंट अनफ्रीज करने का फैसला किया। उनके बैंक खातों पर 17 साल से रोक लगी हुई है। अकाउंट कब अनफ्रीज होगा इस बारे में पता नहीं चल पाया है। NBR के सेंट्रल इंटेलिजेंस सेल ने अगस्त 2007 में खालिदा जिया के खातों को फ्रीज करने का आदेश दिया था। तब से उनके खाते ब्लॉक हैं। BNP ने कई बार उनके खाते खोलने की मांग की है। शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद यह फैसला किया गया है। बांग्ला अखबार डेली स्टार के मुताबिक, NBR ने कहा कि खालिदा जिया के खिलाफ कोई जांच का मामला नहीं है, इसलिए बैंकों को उनके सभी खातों को अनफ्रीज करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले, हसीना के 5 अगस्त को देश छोड़ने के बाद खालिदा को जेल से रिहा कर दिया गया था। उनको 2018 में भ्रष्टाचार के मामले में 17 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। शेख हसीना के खिलाफ इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल में केस दर्ज
शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। बांग्लादेश के इंटरनेशनल क्राइम ट्रिब्यूनल (ICT) में सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके 26 मंत्रियों के खिलाफ नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध की शिकायत दर्ज की गई। शिकायतकर्ता का नाम मोहम्मद अबुल हसन है। अबुल हसन के बेटे शहरयार हसन अल्वी की छात्र आंदोलनों के दौरान मौत हो गई थी। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा है कि वह हसीना की सरकार के खिलाफ छात्रों के आंदोलन में हुई हत्याओं के लिए केस चलाएगी। हसीना पर 2 दिन में 3 केस दर्ज, हत्या और अपहरण का भी मुकदमा
शेख हसीना पर 2 दिन में 3 केस दायर किए गए हैं। इससे पहले 13 अगस्त को हसीना पर हत्या का केस दर्ज हुआ था। आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान 19 जुलाई को पुलिस फायरिंग में एक दुकानदार अबु सैयद की मौत हो गई थी। इसमें हसीना के साथ 6 और लोगों को आरोपी बनाया गया। हसीना पर बुधवार को अपहरण का केस दर्ज हुआ। सुप्रीम कोर्ट के वकील सोहैल राणा ने कहा कि हसीना के इशारे पर 2015 में रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) के जवानों ने उसका अपहरण कर लिया था। इस मामले में हसीना के साथ 5 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया। यह खबर भी पढ़े… बांग्लादेश तख्तापलट की स्क्रिप्ट 16 महीने पहले लिखी:छात्रों के प्रदर्शन में घुसे पाकिस्तानी एजेंट; बाढ़ के समय हिंसा कराई, ताकि आर्मी न पहुंचे 5 अगस्त 2024… वो तारीख, जब बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ था। रात करीब 1 बजे भारतीय खुफिया एजेंसी का एक अधिकारी गुप्त लोकेशन पर था। वह बांग्लादेश के घटनाक्रम की जानकारी अपने कमांड सेंटर को भेज रहा था। उसे फोन में टाइप करने में वक्त लग रहा था। लिहाजा उसने तमाम जानकारी सादे कागज पर लिखकर उसकी फोटो कमांड सेंटर भेजनी शुरू की। उसे बांग्लादेश के तख्तापलट का सिरा 16 महीने पहले मिलता है। इस तख्तापलट के कई राज बांग्लादेश की खुफिया एजेंसियों की डायरी में दर्ज हैं। इन दस्तावेज में उन चेहरों की जानकारी भी है, जिन्होंने तख्तापलट की योजना बनाई। भास्कर के पास मौजूद गोपनीय दस्तावेज मई 2023 से अगस्त 2024 के बीच के घटनाक्रम को सिलसिलेवार तरीके से बयां करते हैं। इनके मुताबिक बांग्लादेश में तख्तापलट की स्क्रिप्ट पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और अमेरिका की इंटेलिजेंस एजेंसी CIA ने मिलकर लिखी। पूरी खबर पढ़े…
Credit: Dainik Bhaskar