1-अक्टूबर या उसके बाद अनाउंस किए जाने वाले सभी बोनस इश्यू यानी शेयर्स अब रिकॉर्ड डेट से दो दिन बाद ट्रेडिंग के लिए अवेलेबल कराए जाएंगे। अभी तक ऐसे इश्यू के शेयर्स रिकॉर्ड डेट से लगभग दो सप्ताह बाद ही अवेलेबल होते हैं। रिकॉर्ड डेट, वो कटऑफ डेट है, जिस पर इश्युअर कंपनी यह फैसला लेने के लिए विचार करती है कि कौन से शेयरहोल्डर्स बोनस इश्यू के लिए एलिजिबल हैं। सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी SEBI ने 16 सितंबर को जारी एक सर्कुलर में बताया कि बोनस शेयरों की T+2 ट्रेडिंग को इनेबल कर दिया गया है, जहां T का मतलब रिकॉर्ड डेट है। सर्कुलर में इसके लिए प्रोसीजर की डीटेल्स दी गई है और कहा गया है कि प्रोसेस में मेंशन टाइमलाइन के कंप्लायंस में किसी भी प्रकार की देरी पर सेबी सर्कुलर SEBI/HO/CFD/DIL2/CIR/P/2019/94 डेटेड 19 अगस्त 2019 के पॉइंट 4.1 के तहत पेनल्टी लगाई जाएगी, जो ‘SEBI ICDR रेगुलेशंस के कुछ प्रोविजंस के नॉन-कंप्लायंस’ पर है। प्रोसीजर इस प्रकार है –
Posted inBusiness