भारतीय हॉकी टीम एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए चीन रवाना:8 सितंबर को मेजबान चीन से पहला मैच, श्रीजेश के बाद कृष्ण बहादुर पाठक गोलकीपर

भारतीय हॉकी टीम मंगलवार को एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हुलुनबुइर (चीन) रवाना हो गई। पेरिस ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट टीम का पहला मुकाबला 8 सितंबर को मेजबान चीन से होगा। भारत के साथ इस टूर्नामेंट में चीन, कोरिया, जापान, मलेशिया, और पाकिस्तान भाग लेंगे। राइवल पकिस्तान से भारत का मुकाबला 14 सितंबर को होगा। टूर्नामेंट का फाइनल 17 सितंबर को खेला जाएगा। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी की भारतीय हॉकी टीम डिफेंडिंग चैंपियन है। भारत ने चार बार और पाकिस्तान ने तीन बार खिताब जीता है। एशियाई टीमों का सामना करने के लिए तैयार है: हरमनप्रीत
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत ने चीन रवाना होने से पहले कहा, ‘पेरिस ओलिंपिक के बाद ब्रेक खत्म करके टीम एशियाई टीमों का सामना करने के लिए तैयार है। पेरिस ओलिंपिक में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन हॉकी काफी करीबी खेल है।’ हॉकी इंडिया ने बीते बुधवार को 18 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान किया था। इस टीम में पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले 10 खिलाड़ियों को जगह दी गई है। जबकि 5 खिलाड़ियों को आराम दिया गया है। यह टूर्नामेंट 8 से 17 सितंबर तक इनर मंगोलिया के हुलुनबुइर में खेला जाएगा। टीम ने पिछले साल इस टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में मलेशिया को हराकर खिताब जीता था। इसलिए भारतीय टीम टूर्नामेंट में अपना खिताब बचाने उतरेगी। श्रीजेश की जगह पाठक-करकेरा पर गोलकीपिंग की जिम्मेदारी
भारतीय हॉकी टीम के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने पेरिस ओलिंपिक के बाद संन्यास ले लिया। इसलिए टीम में गोलकीपर की भूमिका के लिए श्रीजेश की जगह कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा को चुना गया है। एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम
गोलकीपर: कृष्ण बहादुर पाठक, सूरज करकेरा।
डिफेंडर: जरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), जुगराज सिंह, संजय, सुमित।
मिडफील्डर्स: राज कुमार पाल, नीलकंठ शर्मा, विवेक सागर प्रसाद (उप कप्तान), मनप्रीत सिंह, मोहम्मद राहील मौसीन।
फॉरवर्ड: अभिषेक, सुखजीत सिंह, अरिजीत सिंह हुंदल, उत्तम सिंह, गुरजोत सिंह। पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीती थी भारतीय टीम
हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने हाल ही में खत्म हुए पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारतीय टीम ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन को 2-1 से मात दी थी। यह इंडियन टीम का ओलिंपिक में लगातार दूसरा ब्रॉन्ज मेडल था। टोक्यो ओलिंपिक में भी टीम ने जर्मनी को हराकर ब्रॉन्ज जीता था।

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