32 लाख वर्ग फीट में फैला विशाल सेंटर। फर्श पर लगे अनगिनत क्यूआर कोड। इन्हीं क्यूआर कोड से संचालित होते हजारों रोबोट। ये रोबोट पैकेज उठा रहे हैं, स्कैन कर रहे हैं और डिलिवरी के लिए भेज रहे हैं। दरअसल, हम पहुंचे हैं नैशविल शहर से करीब 40 किमी दूर दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजॉन के फुलफिलमेंट सेंटर एमक्यूवाय-1 में। यह अमेजॉन के दुनिया के सबसे बड़े फुलफिलमेंट सेंटर में से एक है। इस सेंटर की क्षमता ग्राहकों को प्रतिदिन पांच लाख ऑर्डर भेजने की है। यह सेंटर पांच मंजिला है और हर मंजिल करीब 13 फुटबॉल मैदानों जितनी बड़ी है। यानी इन 65 फुटबॉल मैदान जितने बड़े कैंपस में ये रोबोट पलक झपकते ही ऑर्डर तैयार कर देते हैं। यहां करीब 7 हजार रोबोट ये काम कर रहे है। अमेजॉन रोबोटिक्स के चीफ टेक्नोलॉजिस्ट टाई ब्रैडी बताते हैं कि अमेजॉन के पास दुनिया में इंडस्ट्रियल मोबाइल रोबोट का सबसे बड़ा बेड़ा है। इस समय अमेरिका में अमेजॉन के वेयरहाउसों में साढ़े सात लाख से ज्यादा रोबोट काम कर रहे हैं। ये स्टॉक मेंटेन करने से लेकर, पैकिंग और डिलिवरी तक में मदद कर रहे हैं। रोबोटिक पर निवेश के साथ ही अमेजॉन में रोबोटिक्स से संबंधित 700 तरह की नई नौकरियां भी आई हैं। अमेजॉन के वर्ल्डवाइड सेलिंग पार्टनर सर्विसेज के वीपी धर्मेश मेहता बताते हैं कि हम सेलर्स के लिए भी एआई लेकर आए हैं। आज हमारे एआई एमेलिया से सेलर आपने उत्पाद को ब्रैंड करने के तरीके से लेकर कैंपेन तक के आइडिया ले सकते हैं। ऑर्डर आने से डिलिवरी तक…ऐसे रोबोट्स कर रहे हैं काम स्कॉट- एआई की मदद से बताता है ग्राहकों को क्या चाहिए स्कॉट यानी सप्लाई चेन ऑप्टिमाइजेशन टेक्नोलॉजीज़ एक कमांड सेंटर है। यह एआई और मशीन लर्निंग की मदद से बताता है कि वेयरहाउस में किस तरह के प्रोडक्ट होने चाहिए। ये ग्राहकों के क्षेत्र और पसंद के आधार पर स्टॉक मेंटेन करने में मदद करता है। सीकोया- 75% घटा दिया इंवेंटरी मेनटेनेंस का समय उत्पाद वेयरहाउस में पहुंचने के बाद अमेजॉन का इंवेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम सीकोया रोबोट्स की मदद से उसे रखने का काम करता है। इससे इस काम में लगने वाला समय 75% कम हो गया है। ये सिस्टम 3 करोड़ से ज्यादा अलग-अलग आइटम होल्ड कर सकता है। स्पैरो- ऑर्डर किया सामान कुछ सेकंड्स में हाजिर ग्राहक जैसी ही एप से सामान ऑर्डर करता है। एआई की मदद से उसका ऑर्डर करीबी फुलफिलमेंट सेंटर में चला जाता है। यहा स्पैरो रोबोट लाखों सामान में से ऑर्डर किया हुआ सामान कम्प्यूटर विजन की मदद से सेकंडों में छांटकर ट्रॉली में रखता है। ट्रॉली स्वत: पैकेजिंग के लिए आगे चली जाती है। स्पैरो 20 करोड़ अलग-अलग प्रोडक्ट को पहचानता है। एआई टनल- अपने आप पैकिंग और खराब सामान अलग पैकेजिंग के लिए आया उत्पाद एक एआई टनल से निकलता है, यहां कम्प्यूटर विजन की मदद से गलत उत्पाद, डैमेज, एक्सपायरी जैसी चीजें स्कैन होती है। प्रोडक्ट ठीक होने पर ही आगे बढ़ता है। पैकिंग स्टेशन- यहां अपने आप पैक होता है ऑर्डर पैकिंग स्टेशन में ऑर्डर आने पर मशीन सामान के आकार को स्कैन करती है और उसी के अनुसार पैकेट बनाती है। यहीं पर एड्रेस चस्पा होता है और पैकेज सील होकर डिलिवरी के लिए तैयार होता है। रॉबिन- पैक ऑर्डर को डिलिवरी एड्रेस के हिसाब से आगे भेजता है रॉबिन एक रोबोटिक आर्म है। इसमें 8 सक्शन कैप लगे होते हैं। यहा सही सामान को पहचान कर उठाता है और पहिए वाले एक अन्य रोबोट पेगासस में रखता है। पेगासस पार्सल को जिप कोड के हिसाब से लोडिंग के लिए लेकर जाता है और ट्रॉली में रखता है। इस ट्रॉली को आगे डिलिवरी के लिए एक अन्य रोबोट लेकर जाता है। डिलिवरी- सैकड़ों ऑर्डर में से एक सेकंड में मिलता है सही ऑर्डर इसके बाद प्रोडक्ट डिलिवरी वैन में पहुंचता है। अमेजॉन की लेटेस्ट डिलिवरी वैन अब विजन असिस्टेट पैकेज रिट्रिवल (वीएपीआर) से लैस हैं। इसमें ड्राइवर को ग्राहक के पते पर पहुंचकर कर वैन में रखे सैकड़ों पार्सल में से ग्राहक का पार्सल खोजना नहीं पड़ता। एड्रेस पर वैन पहुंचते ही पार्सल के पास ग्रीन लाइट जल जाती है। एआई इन तरीकों से भी बदल रही शॉपिंग का अनुभव 1. रूफस सिस्टम से ग्राहकों को उत्पाद पसंद करने में मदद रूफस एआई पावर्ड शॉपिंग असिस्टेंट है। यह ग्राहकों को उत्पाद का विवरण समझने, उत्पाद के सुझाव देने और अन्य उत्पादों की सटीक तुलना करने में मदद करता है। 2. रिव्यू हाइटलाइट से रिव्यू की समरी मिलती है इस सिस्टम की मदद से ग्राहकों को किसी उत्पाद के लिए ग्राहकों द्वारा दिए गए हजारों रिव्यू की एक पैराग्राफ में समरी मिल जाती है। इससे उसे उत्पाद चुनने में मदद मिलती है। 3. एआई शॉपिंग गाइड प्रोडक्ट को समझाती है अमेजॉन ने हाल ही में एआई शॉपिंग गाइड लॉन्च की है। यह ग्राहकों को चुने गए प्रोडक्ट के फीचर की नॉलेज देती है। उसके टॉप ब्रैंड्स की जानकारी देती है। जरूरत के हिसाब से क्या खरीदें जैसी बात बताती है।
Posted inBusiness