प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार दोपहर 3 बजे 2 दिन के दौरे पर ब्रुनेई पहुंचे। एयरपोर्ट पर क्राउन प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह ने उनका रेड कार्पेट वेलकम किया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान के होटल में भारतीय समुदाय के लोगों ने भी उनका स्वागत किया। इसके बाद PM मोदी ब्रुनेई की उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद पहुंचे। यहां उन्होंने मस्जिद के इतिहास से जुड़ा एक वीडियो भी देखा। प्रधानमंत्री ने बंदर सेरी बेगवान में भारत के हाई कमीशन की एक चांसरी का भी उद्घाटन किया। यह किसी भारतीय PM का पहला ब्रुनेई दौरा है। दोनों देशों के बीच 2024 में राजनयिक संबधों के 40 साल पूरे हुए हैं। PM मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल-बोल्कैया के निमंत्रण पर यहां आए हैं। थोड़ी देर में दुनिया के सबसे बड़े महल ‘इस्ताना नुरुल इमान’ में उनका स्वागत होगा। आलीशान जिंदगी जीते है ब्रुनेई के सुल्तान
बोल्कैया ब्रुनेई के 29वें सुल्तान हैं। 1984 में अंग्रेजों के जाने के बाद से वे ब्रुनेई के प्रधानमंत्री पद पर भी हैं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद बोल्कैया सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले राजा हैं। उन्होंने 2017 में 50 साल राज करने पर गोल्डन जुबली मनाई थी। ब्रुनेई जैसे छोटे से देश में सुल्तान सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होने के साथ-साथ सबसे अमीर राजाओं में भी हैं। 1980 तक वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे। फोर्ब्स के अनुसार, बोल्कैया की कुल संपत्ति 2008 में 1.4 लाख करोड़ रुपए थी। सुल्तान की विलासिता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने राजा बनने के बाद 50 अरब रुपए का महल बनवाया। इस महल को “इस्ताना नुरुल इमान” के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा सुल्तान के पास 7 हजार कारें हैं। बाल कटवाने पर महीने में 16 लाख रुपए का खर्चा, लंदन से आता है नाई
टाइम्स यूके के अनुसार, बोल्कैया बाल कटवाने पर लगभग 16 लाख रुपए खर्च करते हैं। उनके हेयर स्टाइलिश महीने में दो बार प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन से बुलाए जाते हैं। ब्रुनेई दौरे पर इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
भारत ब्रुनेई से हाइड्रोकार्बन आयात कर रहा है और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। पीएम मोदी के दौरे के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। भारत ने ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। प्राकृतिक गैस की जरूरतें पूरी करने के लिए इसे और बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा दोनों देशों के बीच स्पेस टेक्नोलॉजी, हेल्थ पर भी आपसी सहयोग बढ़ाने की कोशिश पर भी चर्चा होगी। भारत, म्यांमार की स्थिति पर चर्चा करेगा। भारत, ब्रुनेई के साथ समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर जोर देगा। भारत दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ साझेदारी को मजबूत करने की कोशिशों में लगा है। इसके जरिए भारत इंडो-पैसिफिक में चीन के बढ़ते प्रभुत्व को काउंटर करना चाहता है। ब्रुनेई एक समुद्री सीमा वाला देश है। देश की उत्तरी सीमा साउथ चाइना से लगती है। साउथ चाइना सी को लेकर ब्रुनेई का भी चीन के साथ विवाद है। ब्रुनेई के बाद सिंगापुर दौरे पर रवाना होंगे PM मोदी
ब्रुनेई दौरा पूरा करने के बाद, प्रधानमंत्री मंत्री मोदी 4 और 5 सितंबर को सिंगापुर का दौरा करेंगे। इस दौरान वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। PM मोदी करीब 6 साल बाद सिंगापुर का दौरा कर रहे हैं। यात्रा के दौरान PM मोदी सिंगापुर के राष्ट्रपति के साथ भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक PM मोदी सिंगापुर के बिजनेस लीडर्स से भी मिलेंगे। इस दौरान उनके साथ औपचारिक बातचीत भी हो सकती है। ये खबर भी पढ़ें…
आसियान समिट से भारत लौटे PM मोदी:जकार्ता में बोले- 21वीं सदी एशिया की सदी है; वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर हमारा मंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह इंडोनेशिया के जकार्ता में आसियान-इंडिया समिट में शामिल हुए। इसके बाद वे भारत रवाना हुए और शाम करीब 6.10 पर नई दिल्ली पहुंच गए। आसियान में PM ने अपने 5 मिनट के संबोधन में कहा- 21वीं सदी एशिया की सदी है; वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर हमारा मंत्र है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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