डिफेंडिंग चैंपियन मोहन बागान ने एशिया के सबसे पुराने टूर्नामेंट डूरंड कप फुटबॉल के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। इधर, बेंगलुरु एफसी ने केरल ब्लास्टर्स को 1-0 से हराते हुए टॉप-4 में जगह बनाई। दिन के अन्य क्वार्टर फाइनल में शिलांग लाजोंग और नार्थईस्ट यूनाइटेड ने भी जीत हासिल की। जमशेदपुर में शुक्रवार को मोहन बागान ने रोमांचक क्वार्टर फाइनल में पंजाब एफसी को सडन डेथ (टाईब्रेकर) में 6-5 से हराया। इससे पहले मुकाबला तय समय के बाद 3-3 से बराबरी पर रहा। इधर, कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में एक अन्य क्वार्टर फाइनल के आखिरी पलों में पेरेरिया डियाज के गोल के दम पर बेंगलुरु ने केरल ब्लास्टर्स को हराया। आगे मैच रिपोर्ट… मोहन बागान बनाम पंजाब एफसी मैच… कमिंस मौका चूके, मीतेई के गोल से जीता बागान
टाई ब्रेकर में कमिंस बागान के पहले मौके को भुनाने में चुक गए, लेकिन पंजाब के क्रोएशियाई डिफेंडर नोवोसेलेच के प्रयास को बागान के गोलकीपर विशाल कैथ ने विफल कर दिया। ‘सडन डेथ’ में मेलरॉय असिसि ने पंजाब के लिए दागा, जबकि सुभाशीष बोस और एल्ड्रेड ने बागान के लिए गोल किए। विशाल ने डेनेचंद्रम मीतेई के प्रयास पर शानदार बचाव कर टीम की जीत पर मुहर लगा दी। टाई ब्रेकर में बागान के लिए मनवीर, लिस्टन कोलाको और डिमी पेट्राटोस ने गोल किए जबकि विनित राय, विडाल, बाकेन्गा और मृज़लजैक ने पंजाब एफसरी के लिए गोल किए। हाफ टाइम तक 1-0 की बढ़त पर था पंजाब
पंजाब के लुका माजसेन ने मैच के 17वें मिनट में स्पॉट-किक के सहारे गोल करके अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। मैच के पहले हाफ में यही इकलौता गोल हुआ। फिर सुहैल भट (44वें) और मनवीर सिंह (48वें) ने दूसरे हाफ की शुरुआत में मोहन बागान को बढ़त दिला दी। उसके बाद फिलिप मिर्जलजैक (63वें) और नॉर्बर्टो एजेकिएल विडाल (71वें) के गोल से मैच के 71वें मिनट में पंजाब की टीम ने एक बार फिर 3-2 की बढ़त हासिल की। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी जेसन कमिंग्स ने 79वें मिनट में गोल कर स्कोर बराबर कर दिया। जिसके बाद मैच अतिरिक्त समय में खिंचा जहां दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही। यहां बेंगलुरु बनाम केरल मैच… पेरेरिया डियाज के गोल से जीता बेंगलुरु
दिन का दूसरा मुकाबला भी काफी रोमांचक रहा जहां बेंगलुरु को बढ़त लेने के लिए इंजुरी टाइम (90+चार मिनट) का इंतजार करना पड़ा। मैच में बेंगलुरु की टीम शुरू से दबदबा बना रही थी, लेकिन केरल की रक्षापंक्ति उसके हर प्रयास को विफल कर दे रही थी। भारत के पूर्व कप्तान सुनील छेत्री के 67 मिनट में मैदान पर उतरने के बाद बेंगलुरु का दबदबा बन गया, लेकिन टीम के गोल के लिए संघर्ष करती रही। मैच के आखिरी पलों में पेरेरिया डियाज ने गोल करके बेंगलुरु को बढ़त दिला दी। यह निर्णायक गोल साबित हुआ।
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