सरकार ने वायाकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के नॉन-न्यूज और करेंट अफेयर्स टेलीविजन चैनलों के लाइसेंस को स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर करने की मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) की ओर से रखे गए मर्जर के शर्तों के मुताबिक दी गई है। रिलायंस और डिज्नी ने 28 फरवरी 2024 को भारत में अपने एंटरटेनमेंट ब्रांड्स को एक साथ लाने के लिए स्ट्रैटेजिक जॉइंट वेंचर बनाने का ऐलान किया था। इस डील में रिलायंस इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी कंपनी, Viacom18 को डिज्नी की इंडियन यूनिट ‘स्टार इंडिया’ के साथ मर्ज कर दिया जाएगा। इस मर्जर से बनने वाली नई कंपनी देश की सबसे बड़ी टेलीविजन और डिजिटल स्ट्रीमिंम कंपनी होगी। इससे पहले, 30 अगस्त को कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने डिज्नी और रिलायंस एंटरटेनमेंट के मर्जर को मंजूरी दी थी। मर्जर के बाद बनी नई कंपनी के पास पूरे भारत में 75 करोड़ दर्शक होंगे। इस मर्जर से जुड़े कुछ सवालों के जवाब … 1. सवाल: रिलायंस-डिज्नी का मर्जर क्यों हो रहा है, इसका क्या फायदा? जवाब: वॉल्ट डिज्नी के CEO बॉब ईगर ने बीते दिनों कहा था- मार्केट में काफी कॉम्पिटिशन है, इसलिए मर्जर से एक बड़ी कंपनी बनेगी जिससे उसे बाजार में टॉप पर बने रहने में मदद मिलेगी। नई कंपनी के पास सबसे बड़ा OTT कस्टमर बेस होगा। डिज्नी हॉटस्टर के करीब 3.6 करोड़ और रिलायंस के 1.5 करोड़ पेइंग सब्सक्राइबर्स है। यानी, कुल 5.1 करोड़ सब्सक्राइबर्स। रिलायंस के साथ पार्टनरशिप से डिज्नी को बिजनेस बढ़ाने और रिस्क कम करने का मौका मिलेगा। वहीं इससे मुकेश अंबानी को 28 अरब डॉलर यानी, करीब 2.3 लाख करोड़ रुपए के एंटरटेनमेंट सेक्टर पर मजबूत पकड़ मिल जाएगी। नई कंपनी सोनी और नेटफ्लिक्स जैसी कंपनियों को टक्कर दे सकेगी। 2. सवाल: मर्जर के बाद एडवर्टाइजमेंट मार्केट में कितनी हिस्सेदारी होगी? जवाब: मर्जर से बनी नई कंपनी के पास टीवी और स्ट्रीमिंग सेगमेंट में भारतीय विज्ञापन बाजार की 40% हिस्सेदारी होगी। नई कंपनी के पास क्रिकेट एडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू में एक तरह से मोनोपली होगी। क्रिकेट के अलावा विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप, मोटो जीपी और इंग्लिश प्रीमियर लीग के प्रसारण अधिकार भी होंगे। 3. सवाल: इस मर्जर का आप पर क्या असर होगा, क्या सस्ते प्लान मिलेंगे?: जवाब: भारत एंटरटेनमेंट सर्विसेज का बहुत बड़ा बाजार है। ऐसे में नेटफ्लिक्स, अमेजन जैसी अमेरिकी स्ट्रीमिंग कंपनियां भारतीय बाजार की ओर अट्रैक्ट हुई हैं। डिज्नी और रिलायंस भी OTT पर हैं, जिन्हें नेटफ्लिक्स, अमेजन से टक्कर मिल रही है। ये दोनों कंपनियां यूजर बेस बढ़ाने के लिए सस्ते प्लान लॉन्च कर सकती हैं। इसका सीधा फायदा दर्शकों को मिलेगा। वहीं डिज्नी के दर्शकों की पहुंच रिलायंस के कंटेंट तक और रिलायंस के दर्शकों की पहुंच डिज्नी के कंटेंट तक हो जाएगी। 4. सवाल: ये डील कितने रुपए की है, नई कंपनी का चेयरपर्सन कौन होगा? जवाब: ये डील 8.5 बिलियन डॉलर (करीब 71 हजार करोड़ रुपए) की है। विलय के बाद बनी कंपनी में रिलायंस की 63.16% और डिज्नी की 36.84% हिस्सेदारी होगी। नीता अंबानी इसकी चेयरपर्सन होंगी। 5. सवाल: रिलायंस डिज्नी की डील कब तक पूरी होगी? जवाब: इस डील के 6 महीने के भीतर क्लोज होने की उम्मीद है। यह डील पूरी हो जाती है, तो यह “ब्रॉडकास्टिंग मार्केट में बिग फिश” होगी जिसका “क्रिकेट एडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू पर एकाधिकार” होगा।
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