राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि यूक्रेन ने रूसी शहर सुद्जा पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेनी सेना रूस में 35 किमी अंदर तक घुस चुकी है। जेलेंस्की ने गुरुवार को वीडियो संदेश में कहा कि सुद्जा में अब यूक्रेनी मिलिट्री कमांडेंट का सेंटर खुल चुका है। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी सेना ने बीते 10 दिनों में रूस के 82 गांवों पर कब्जा कर लिया है। सुद्जा, यूक्रेनी सीमा से लगभग 10 किमी दूरी पर है। इसकी आबादी करीब 5,000 है। यहां रूस का एक गैस पाइपलाइन स्टेशन है। इसकी मदद से वह यूरोपीय देशों को गैस सप्लाई करता है। मैप में सुदजा की लोकेशन देखिए… हंगरी और स्लोवाकिया की गैस सप्लाई पर पड़ेगा असर
ब्रिटिश वेबसाइट द गार्जियन के मुताबिक सुद्जा पर यूक्रेन का कब्जा एक बड़ी घटना है। रूस सुद्जा के रास्ते से यूरोपीय देशों को करीब 3% गैस भेजता है। रूस के पूर्व उप विदेश मंत्री आंद्रेई फेडोरोव ने एक सरकारी टेलीविजन टॉक शो में कहा कि सुद्जा पर यूक्रेन का कंट्रोल होने से रूस से अधिक यूरोप को नुकसान होगा। हंगरी और स्लोवाकिया तक जाने वाली गैस की सप्लाई ठप हो जाएगी। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी तक गैस फ्लो में कोई रूकावट नहीं आई है। यूक्रेनी सैन्य प्रमुख ओलेक्सांद्र सिरस्की के मुताबिक यूक्रेन ने रूस के 1,150 वर्ग किलोमीटर इलाके पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेन ने 6 अगस्त को रूस के कुर्स्क इलाके पर हमला शुरू किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक सेकेंड वर्ल्ड वार के बार पहली बार है जब किसी देश ने रूस की सीमा में घुसपैठ की है। इससे पहले हिटलर ने रूस पर हमला कर इतने बड़े इलाके पर कब्जा किया था। रूस में 2 लाख से ज्यादा लोगों ने अपना घर छोड़ा
यूक्रेनी हमले के बाद रूस ने कुर्स्क में 8 अगस्त को इमरजेंसी घोषित कर दी थी। इसके बाद रूस ने 14 अगस्त को बेलगोरोद में इमरजेंसी लगाई। हालांकि रूस ने कुर्स्क की तरह बेलगोरोद में जंग की बात स्वीकार नहीं की है। रूसी समाचार एजेंसी TASS के मुताबिक बेलगोरोद के कुछ इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। यारुगा जिले से 11,000 लोगों को निकाला गया। कुर्स्क से सटे गुल्शकोवो जिले के भी खाली करा लिया गया है। BBC के मुताबिक यूक्रेन के अचानक हमले के बाद 2 लाख से ज्यादा रूसी नागरिकों को अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है। रूसी इलाके पर कब्जा कर बफर जोन बनाएगा यूक्रेन
जेलेंस्की का कहना है कि वह रूसी इलाके पर कब्जा नहीं करना चाहते हैं। वे यूक्रेन से सटे इलाकों को जीतकर बफर जोन बनाएंगे। बफर जोन में दो देशों के बीच में खाली जगह होती है। इस जगह पर किसी का कब्जा नहीं होता। जेलेंस्की ने गुरुवार को एक वीडियो जारी किया जिसमें कई रूसी सैनिकों को बंदी दिखाया गया। उन्होंने कहा कि रूस के पास हजारों यूक्रेनी कैद हैं। हम रूसी सैनिकों के बदले अपने लोगों को आजाद कराएंगे। इससे पहले रूस के उप-राजपूत दिमित्री पोलियांस्की ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में बोलते हुए कुर्स्क पर यूक्रेन के हमले को ‘पागलपन’ करार दिया। उन्होंने कहा कि रूस जल्द ही कुर्स्क से यूक्रेनियों को खदेड़ देगा। पोलियांस्की ने कहा कि कुर्स्क एक जंगली इलाका है जहां कंट्रोल कायम रखना उनके लिए बहुत मुश्किल होगा। रूस के 1000 वर्ग किमी इलाके पर यूक्रेन का कब्जा:28 गांव छीने, पुतिन ने यूक्रेनी सैनिकों को खदेड़ने का आदेश दिया यूक्रेन ने रूस के 1,000 वर्ग किमी से ज्यादा इलाके पर कब्जा कर लिया है। CNN के मुताबिक एक सप्ताह पहले यूक्रेनी सैनिकों ने रूस के कुर्स्क इलाके पर हमला किया था। तब से यहां के करीब 28 गांवों पर कब्जा कर चुके हैं। कुर्स्क में टैंकों और तोपखानों से लैस करीब एक हजार यूक्रेनी सैनिक 6 अगस्त को दाखिल हुए थे। इसके बाद रूस ने 8 अगस्त को ही यहां इमरजेंसी लगा दी थी। पूरी खबर यहां पढ़ें रूस में भारतीयों के लिए सरकार की एडवाइजरी:कहा- बेलगोरोद और कुर्स्क इलाका छोड़ दें, पुतिन ने दूसरे इलाकों में भी इमरजेंसी लगाई यूक्रेन और रूस के बीच जंग एक बार फिर तेज हो गई है। भारतीय दूतावास ने रूस में रह रहे अपने नागरिकों के लिए बुधवार को एडवाइजरी जारी की। बेलगोरोद, कुर्स्क और ब्रायंस्क क्षेत्र में रहने वाले भारतीय नागिरकों को ये इलाका छोड़कर सुरक्षित जगह जाने को कहा गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
Credit: Dainik Bhaskar