शिवाजी प्रतिमा गिरने पर शिंदे-फडणवीस और पवार ने माफी मांगी:कहा- बड़ी मूर्ति बनवाएंगे; 26 अगस्त को तेज हवा से स्टैच्यू गिरा था

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार (29 अगस्त) को सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की 8 महीने पुरानी प्रतिमा गिरने पर माफी मांगी। इसके साथ ही उन्होंने जल्द एक बड़ी मूर्ति बनवाने का भी ऐलान किया। शिंदे ने कहा, ‘छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र के देवता हैं। मैं उनके 100 बार पैर छूने और प्रतिमा गिरने के लिए माफी मांगने के लिए तैयार हूं। मैं माफी मांगने से पीछे नहीं हटूंगा। हमारी सरकार शिवाजी के आदर्शों को ध्यान में रखकर काम करती है।’ इससे पहले डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगी थी। अजित पवार की NCP ने राज्य में मौन विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर अजित बोले कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। PM ने 8 महीने पहले उद्घाटन किया था
शिवाजी महाराज की प्रतिमा 26 अगस्त को दोपहर 1 बजे गिरी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 दिसंबर, 2023 को नेवी डे पर इसका उद्घाटन किया था। पुलिस ने मामले में कॉन्ट्रेक्टर जयदीप आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ FIR दर्ज की है। इंडियन नेवी ने कहा था कि घटना के जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रतिमा गिरने के कारण का जल्द ही पता लगेगा। मूर्ति की मरम्मत और फिर से स्थापना के लिए एक टीम बनाई गई है। उद्धव बोले थे- स्मारक के काम में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है
शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्भव ठाकरे ने कहा कि भगत सिंह कोश्यारी समुद्र किनारे राजभवन में रहते थे, उनकी टोपी कभी नहीं उड़ी। शिवाजी महाराज की मूर्ति हवा से कैसे गिर गई। राज्य में भ्रष्टाचार से लिप्त सरकार चल रही है। स्मारक के काम में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। इसे फिर से बनाने के नाम पर करोड़ों का भ्रष्टाचार होगा। कामकाज में कीड़े लग गए हैं। मैं इन्हें ⁠शिवद्रोही कहूंगा। NCP (SCP) और कांग्रेस ने राज्य सरकार को घेरा
NCP (SCP) प्रमुख शरद पवार ने शिवाजी की मूर्ति गिरने पर कहा कि मूर्ति राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है। राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती। ये गंभीर मामला है। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि खुद पीएम मोदी, रक्षामंत्री और सीएम सिंधुदुर्ग में प्रतिमा का अनावरण करने आए थे। मूर्ति बनाने का नियम होता, इजाजत लेनी होती है। ये शिवद्रोही लोग है। सरकार की गलत नीतियों की वजह और DG पद पर महिला अधिकारी को क्यों बिठाया है। DG रश्मि शुक्ला बीजेपी और आरएसएस का एजेंडा चला रही हैं। सीएम शिंदे ने तेज हवाओं को स्टैच्यू गिरने की वजह बताई थी
सीएम एकनाथ शिंदे ने 26 अगस्त को कहा था- 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी, जिससे प्रतिमा गिर गई। नेवी ने शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा की डिजाइनिंग और कंस्ट्रक्शन कराई थी। हम इसे दुबारा मजबूत तरीके से बनाएंगे। PWD मंत्री बोले- नेवी को स्टील में जंग लगने की जानकारी दी थीमहाराष्ट्र सरकार में PWD मंत्री और भाजपा नेता रवींद्र चव्हाण ने बताया कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा की स्थापना के लिए महाराष्ट्र सरकार ने नेवी को 2.36 करोड़ रुपए दिए थे। हालांकि, प्रतिमा बनाने वाले आर्टिस्ट के चयन, उसके डिजाइन की पूरी प्रक्रिया नेवी ने की थी। चव्हाण ने बताया कि 8 सितंबर, 2023 को प्रतिमा बनाने का ऑर्डर दिया गया था। प्रतिमा में इस्तेमाल किए गए स्टील में जंग लगना शुरू हो गया था। PWD ने पहले ही नेवी के अधिकारियों को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी थी और उनसे ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए थे। यह खबर भी पढ़ें… नारायण राणे और आदित्य ठाकरे के समर्थकों के बीच झड़प:दोनों एक साथ सिंधुदुर्ग के राजकोट किला पहुंचे, 2 दिन पहले शिवाजी की प्रतिमा गिरी थी महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में राजकोट किले में 26 अगस्त को गिरी छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा को लेकर राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गए हैं। शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे और भाजपा सांसद नारायण राणे अपने-अपने समर्थकों के साथ एक ही समय पर राजकोट के किले (जहां शिवाजी की प्रतिमा थी) पहुंचे। यहां दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए। पूरी खबर पढ़ें…

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *