ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी के CEO रोहित कपूर ने कॉर्पोरेट वर्किंग में ‘हसल-कल्चर’ का विरोध करते हुए इसे एक ‘नॉनसेंस’ आइडिया कहा है। योरस्टोरी की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कपूर ने कहा कि आधी रात तक काम क्यों कर रहे हो, किसने बोला है? घर जाओ, कुत्ता है, बीवी है, गर्लफ्रेंड है, बच्चे हैं, कुछ तो करो। रोहित का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कई नेटिजन्स ने उन्हें नॉर्मल बिहेवियर के लिए उनकी प्रशंसा की है। हालांकि ‘हसल-कल्चर’ पर इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति सहित कई भारतीय CEO लोगों से ऑफिस में बेहतर परफॉर्मेंस के लिए ओवरटाइम काम करने की सलाह देते रहे हैं। सफल होने के लिए पागल होने की जरूरत नहीं कपूर ने कहा कि कुछ बनने के लिए सब कुछ त्याग कर देना एक गलत सिद्धांत है। उन्होंने कहा कि सक्सेस के लिए काम करते हुए पागल होना जरूरी नहीं है। कोई भी कड़ी मेहनत से भाग नहीं सकता क्योंकि जीवन में कुछ भी आसानी से नहीं मिलता है, लेकिन पागल होने की कीमत पर नहीं। कपूर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब EY पुणे में काम कर रहे CA की मौत ने वर्क कल्चर के बारे में चर्चाओं को फिर से शुरू कर दिया है। रोहित के इस कॉमेंट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी कॉमेंट किए… ये खबर भी पढ़ें… स्विगी ने IPO लाने के लिए DRHP फाइल किया: ₹3,750 करोड़ के फ्रेश शेयर इश्यू करेगी कंपनी, नवंबर में आ सकता है इश्यू ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने IPO लाने के लिए मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल कर दिया है। DRHP के मुताबिक, कंपनी इस IPO के लिए ₹3,750 करोड़ के फ्रेश शेयर इश्यू करेगी। जबकि, कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 18.5 करोड़ शेयर बेचेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मार्केट रेगुलेटर से मंजूरी मिलने के बाद कंपनी इसी साल नवंबर में IPO ला सकती है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें… पिछले साल इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह दी थी, इसके बाद उनकी पत्नी सुधा मूर्ति ने कहा था नारायण मूर्ति हफ्ते में 80-90 घंटे काम करते हैं, वे असली हार्ड वर्क में भरोसा करते हैं। इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन और ऑथर सुधा मूर्ति ने कहा है कि उनके पति नारायण मूर्ति सप्ताह में 80 से 90 घंटे काम करते हैं। सुधा ने कहा, इससे कम उन्होंने कभी काम किया ही नहीं, वे असली हार्ड वर्क करने में भरोसा रखते हैं। मूर्ति ने कहा था कि अगर भारत को आगे जाना है, तो युवाओं को हफ्ते में 70 घंटे काम करना होगा। इसके बाद सोशल मीडिया कई अलग-अलग धड़ों में बंट गया है। इसी मामले को लेकर सुधा मूर्ति ने नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) की ओर से आयोजित एक टॉक शो में यह बात कही। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
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