हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) हैक का मुद्दा उठा दिया है। कांग्रेस का कहना है कि 8 अक्टूबर को मतगणना वाले दिन कुछ विधानसभा सीटों की EVM में गड़बड़ी थी, और जिन मशीनों में गड़बड़ी थी उससे सारे वोट भाजपा के खाते में गए हैं। इसके लिए उन्होंने चुनाव आयोग से इन सीटों पर रीकाउंटिंग कराने की मांग उठा दी है। बता दें कि कांग्रेस ने कुल 20 विधानसभा सीटों की EVM काउंटिंग पर सवाल खड़े किए हैं। इसमें पानीपत शहर, होडल, बल्लभगढ़ और फरीदाबाद एनआईटी सीट भी शामिल हैं। रीकाउंटिंग के अलावा कांग्रेस ने इन 20 सीटों पर वीवीपैट की पर्चियों का मिलान करने की मांग भी उठाई है। साथ ही कांग्रेस ने उन EVM मशीनों पर भी सवाल खड़े किए हैं जिनमें मतगणना वाले दिन 90 फीसदी से ज्यादा बैटरी थी। कांग्रेस ने संदेश जताया है कि इन मशीनों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। कांग्रेस ने परिणामों को बताया था तंत्र की जीत
EVM पर सवाल खड़े करते हुए शनिवार को कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा- कुछ ईवीएम मशीनों की बैटरी 99% थीं और उनमें ही कांग्रेस को हराया गया है और जिनकी बैटरियां 60-70% थीं, उनमें हमारा उम्मीदवार जीतता हुआ दिखाया गया।
दरअसल, हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आते ही कांग्रेस ने इन नतीजों को अस्वीकर कर भाजपा पर षडयंत्र करने का आरोप लगाया था। दिल्ली में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने चुनावी नतीजों को ‘अप्रत्याशित’ और ‘लोक भावना के खिलाफ’ करार देते इसे ‘तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार’ बताया था। तो वहीं हरियाणा से भी कांग्रेस के बड़े नेता दिल्ली स्थित चुनाव आयोग के दफ्तर में पहुंच गए थे। इन नेताओं में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ साथ हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी अदयभान भी शामिल थे। उदयभान बोले EVM हैक, हुड्डा बोले आश्चर्यचकित करने वाले नतीजे
इस दौरान उदयभान ने कहा था कि हरियाणा चुनाव में इस्तेमाल की गई EVM हैक की गई। जिससे 20 सीटों के नतीजों में हेराफेरी की गई। तो वहीं पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा था कि पोस्टल बैलेट की गिनती में कांग्रेस लीड करती है। EVM की गिनती शुरू हुई तो कांग्रेस डाउन चली जाती है। इससे डाउट होता है। 20 के करीब कंप्लेंट आ गई हैं। कई जगह काउंटिंग डिले की गई। कई जगह पर पहले पोस्टल बैलेट नहीं गिने गए। दिग्विजय सिंह बोले- संवैधानिक अधिकार छिन चुका शुक्रवार को मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी इंदौर में EVM पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ईवीएम की मौजूदा व्यवस्था के कारण मतदाता के रूप में उनका संवैधानिक अधिकार छिन चुका है। उन्होंने यह दावा भी किया कि मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की तरह हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी डाक मतपत्रों की गिनती में कांग्रेस अधिकांश सीटों पर विजयी रही थी। उन्होंने कहा- मैं एक मतदाता हूं और मेरा संवैधानिक अधिकार है कि मैं जिसे चाहूं, वोट उसी उम्मीदवार के खाते में जाए। मैं अपने हाथ से मतपत्र को मतपेटी में डालूं और इस तरह डाले गए मतों की 100 फीसद गिनती हो। यह मेरा संवैधानिक अधिकार है जो EVM की मौजूदा व्यवस्था से छिन चुका है। जानिए किन सीटों पर कांग्रेस ने जताई आपत्ति
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