OTT रिव्यू – द कंधार हाईजैक:कहानी कसी हुई, नसीरुद्दीन शाह, विजय वर्मा, पंकज कपूर का काम कमाल; रियल फैक्ट की थोड़ी कमी लगी

डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने वेब सीरीज ‘आईसी 814 द कंधार हाईजैक’ के जरिए ओटीटी पर डेब्यू किया है। यह सीरीज नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो चुकी है। 6 एपिसोड की इस सीरीज में नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, विजय वर्मा, दीया मिर्जा, पत्रलेखा,अरविंद स्वामी और कुमुद मिश्रा की मुख्य भूमिका है। दैनिक भास्कर ने इस सीरीज को 5 में से 3.5 स्टार रेटिंग दी है। सीरीज की कहानी क्या है? इस सीरीज की कहानी 24 दिसंबर 1999 की सत्य घटना पर आधारित है। जब पांच आतंकियों ने इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी 814 को काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नई दिल्‍ली के लिए उड़ान भरते वक्त हाईजैक कर लिया था। जिसमें 176 यात्री सफर कर रहे थे। आतंकवादी प्लेन को अमृतसर, लाहौर, दुबई होते हुए कंधार में ले जाते हैं। यात्रियों को सात दिन तक बंधक बना कर रखा गया था। इस दौरान प्लेन के अंदर यात्रियों का क्या हाल होता है। उनके परिवार वालों पर क्या बीतती है। सरकार के सामने इन यात्रियों को छुड़ाने के लिए क्या शर्त रखी जाती है। सरकार कैसे आतंकियों की शर्त को मानने के लिए विवश होती है। यह सब इस सीरीज में दिखाया गया है। स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है? सीरीज में नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, मनोज पाहवा, अरविंद स्वामी, कुमुद मिश्रा, दिव्येंदु भट्टाचार्य जैसे दिग्गज एक्टर्स का कमाल का परफार्मेंस है। इस सीरीज में विजय वर्मा का अंदाज बेहद कमाल का है। पायलट की भूमिका में उन्होंने शानदार अभिनय किया है तो वहीं, एयरहोस्टेस के किरदार में पत्रलेखा लाजवाब दिखीं हैं। दीया मिर्जा ने एडिटर की भूमिका निभाई है। उनकी कमेस्ट्री तेज तर्रार पत्रकार बनी अमृता पुरी के साथ खूब जमी है। डायरेक्शन कैसा है? यह सीरीज एक ऐसी सत्य घटना पर आधारित है। सबको पता है कि कंधार हाइजैक के दौरान क्या हुआ था। फिर भी डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने इस सीरीज को ऐसे प्रस्तुत किया है कि दशकों के बीच यह जानने की उत्सुकता बनी रहती है कि आगे क्या, कैसे हुआ? सीरीज को कसा हुआ बनाने में अनुभव सिन्हा पूरी तरह से कामयाब रहे हैं। वो दर्शकों को ऐसे रोमांच की दुनिया में लेकर जाते हैं, जहां दर्शक इस सीरीज को अंत तक देखने पर मजबूर हो जाते हैं। इस सीरीज में थोड़ी सी यह बात जरूर खलती है कि विदेशी यात्रियों की रि‍हाई पर संयुक्‍त राष्‍ट्र के दखल को नहीं दिखाया गया है। सीरीज का म्यूजिक कैसा है? इस सीरीज में गाने की कोई गुंजाइश नहीं दिखती है। इस लिए गाने की उम्मीद भी नहीं कर सकते हैं। लेकिन सीरीज का बैकग्राउंड अच्छा है। स्टोरी के साथ बैकग्राउंड मेल खाता है। फाइनल वर्डिक्ट, देखें या नहीं? सत्य घटना पर आधारित इस सीरीज की कहानी और सशक्त किरदार दर्शकों को रोमांच की दुनिया में ले जाती है। यह सीरीज बिंज वॉच करने लायक है।

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