प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वर्चुअली तीन परम रुद्र सुपर कंप्यूटर और मौसम व जलवायु रिसर्च के लिए एक हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग सिस्टम लॉन्च किया। इस मौके पर पीएम ने कहा कि कोई देश तभी बड़ी उपलब्धियों पर निशाना लगा सकता है, जब उसका विजन बड़ा हो। तकनीक को अपग्रेड करने का काम गरीबों को सशक्त बनाने के लिए किया जाना चाहिए। पीएम ने कहा कि हमारी सरकार साइंस, टेक्नोलॉजी और रिसर्च को प्राथमिकता दे रही है। मिशन गगनयान की तैयारी शुरू हो गई है और 2035 तक हमारा अपना स्पेस स्टेशन होगा। ये सुपरकंप्यूटर भारत के नेशनल सुपर-कंप्यूटिंग मिशन (NSM) के तहत तैयार किए गए हैं। इनकी लागत 130 करोड़ रुपए है। परम रुद्र सुपरकंप्यूटर को तीन जगह स्थापित किया गया पीएम की स्पीच की प्रमुख बातें… नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन के तहत लॉन्च किए गए तीनों सुपर कंप्यूटर
यह परियोजना नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) का हिस्सा है, जिसका मकसद शिक्षा, शोध, MSMEs और स्टार्टअप्स जैसे क्षेत्रों में भारत के सुपरकंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना है। इस मिशन के तहत, पहला स्वदेशी रूप से असेंबल किया गया सुपरकंप्यूटर PARAM शिवाय 2019 में IIT (BHU) में स्थापित किया गया था। परम रुद्र सुपरकंप्यूटर की लॉन्चिंग के साथ पीएम मोदी आज वर्चुअली विभिन्न क्षेत्रों के लिए 22,600 करोड़ रुपए की कई अन्य परियोजनाओं को लॉन्च करने वाले थे। हालांकि, मुंबई और पुणे में भारी बारिश के कारण यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। ये खबर भी पढ़ें… भारत का शुक्रयान 2028 में लॉन्च होगा:4 साल का मिशन; यह पृथ्वी का जुड़वां ग्रह, इसका एक दिन पृथ्वी के 243 दिनों के बराबर भारत का पहला शुक्र मिशन मार्च 2028 में लॉन्च किया जाएगा। केंद्र सरकार ने 19 सितंबर को इस मिशन की मंजूरी दी। यह मिशन चार साल का होगा। वीनस यानी शुक्र ग्रह धरती से करीब 4 करोड़ किमी दूर है। वीनस को पृथ्वी का जुड़वां ग्रह भी कहा जाता है। हालांकि, यहां का दिन-रात पृथ्वी की तुलना में काफी लंबा होता है। दरअसल वीनस अपनी धुरी पर बहुत धीमे घूमता है। इसकी वजह से वीनस का एक दिन पृथ्वी के 243 दिनों के बराबर होता है। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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