ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ईरान, लेबनान में इजराइल के हमलों का अभी जवाब नहीं देगा। इससे इलाके में तनाव बढ़ सकता है। पजशकियान ने कहा कि इजराइल को रोकना जरूरी है, वरना पूरा मिडिल ईस्ट और फिर दुनिया जंग की चपेट में आ जाएगी। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हिंसा को तुरंत रोकने और गाजा में स्थायी युद्धविराम को लागू करने की अपील की। यह पहला मौका है जब 70 वर्षीय ईरानी नेता ने किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने विचार रखे हैं। इब्राहिम रईसी के निधन के बाद पजशकियान जुलाई में ईरान के राष्ट्रपति बने थे। पजशकियान बोले- इजराइल की असलियत उजागर हो गई
ईरानी राष्ट्रपति ने इजराइल पर गाजा में नरसंहार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गाजा में पिछले 11 महीने में 41 हजार मासूम लोगों को बेरहमी से मार दिया गया। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। पिछले 1 साल में दुनिया के सामने इजराइल की असलियत उजागर हो गई है। पजशकियान ने कहा कि इजराइल हार चुका है। वह ISIS जैसे आतंकी ग्रुप्स को समर्थन दे रहा है। उन्होंने कहा कि इजराइल ने ईरानी वैज्ञानिकों, राजनयिकों और उनके मेहमानों की भी हत्या की है। परमाणु समझौते पर बोले- ईरान बातचीत को तैयार
पजशकियान ने 2015 के ऐतिहासिक परमाणु समझौते का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 2015 में न्यूक्लियर प्रोग्राम बंद करने को लेकर एक डील हुई थी जिसके बाद उन पर लगे प्रतिबंधों को हटा लिया गया था। फिर ट्रम्प एकतरफा ढंग से इस डील से पीछे हट गए। ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि एकतरफा प्रतिबंध से मासूम लोग निशाना बनते हैं और इससे देश की इकोनॉमी को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि ईरान परमाणु समझौते के मुद्दे पर इससे जुड़े पक्षों से बातचीत करने को तैयार है। एर्दोगन बोले- इजराइल ने गाजा को कब्रिस्तान में बदला
UN में तुर्की राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोगन ने मिडिल ईस्ट में हो रहे संघर्षों को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि इजराइल मिडिल ईस्ट में जंग छेड़ रहा है। इजराइल ने गाजा को दुनिया के सबसे बड़े कब्रिस्तान में बदल दिया है। एर्दोगन ने कहा कि गाजा में न सिर्फ महिलाएं और बच्चे मारे जा रहे हैं बल्कि संयुक्त राष्ट्र का सिस्टम भी मर रहा है। पश्चिम जिन मूल्यों का दावा करता है वे भी मर रहे हैं। सत्य मर रहा है, मानवता मर रही है। जो बाइडेन ने UN में आखिरी भाषण दिया
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में मंगलवार को अपना आखिरी भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने मिडिल ईस्ट में जंग फैलने की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि जंग किसी के हित में नहीं है। स्थिति भले ही बिगड़ गई है लेकिन कूटनीतिक तरीके से इसे खत्म किया जा सकता है। बाइडेन ने कहा कि उन्हें भविष्य को लेकर इतनी उम्मीद कभी हुई, जितनी अभी है। चीजें बेहतर हो सकती है ये हमें कभी नहीं भूलना चाहिए। बाइडेन ने कहा- मैंने इतिहास में एक बड़ा बदलाव देखा है। मैं जानता हूं कि आज जब कई लोग दुनिया को देखते हैं तो उन्हें परेशानियां नजर आती हैं और वे निराशा जताते हैं, लेकिन मैं ऐसा नहीं करता। जब दुनिया एक साथ काम करती है, तो हम जितना सोचते हैं, उससे कहीं ज्यादा मजबूत होते हैं। बाइडेन बोले- अफगानिस्तान से सेना वापसी मुश्किल भरा फैसला
बाइडेन ने कहा कि जब उन्होंने कुर्सी संभाली तो अमेरिका अफगानिस्तान में जंग में उलझा हुआ था। वियतनाम वॉर से भी ज्यादा समय से ये चल रहा था। फिर हमने इसे खत्म करने का फैसला किया। ये मुश्किल था लेकिन हमने किया। उन्होंने ये माना कि अफगानिस्तान से सेना वापसी के दौरान कई लोगों की मौत हुई। बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर होने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले उन्हें यह फैसला करना पड़ा कि दूसरा कार्यकाल लेना चाहिए या नहीं। यह फैसला करना बहुत मुश्किल था। बाइडेन ने कहा कि 50 साल की सार्वजनिक सेवा के बाद उन्होंने फैसला किया कि अब देश की जिम्मेदारी नई पीढ़ी को दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बनना बहुत सम्मान की बात थी। लेकिन अब कुछ और चीजें हैं जो मैं करना चाहता हूं। बाइडेन ने आगे कहा कि वे जानते हैं कि दिखने में वह 40 के ही लगते हैं। ऐसा कहते ही सभा में मौजूद सभी लोग हंसने लगे। बाइडेन ने दुनियाभर में तानाशाहों के सत्ता में बरकरार रहने की वजह से होने वाले खतरे को लेकर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि दुनिया में कुछ चीजें सत्ता में रहने से ज्यादा जरूरी हैं। उन्होंने दुनियाभर के नेताओं से लोकतंत्र के लिए खड़े होने की अपील की। ये खबर भी पढ़ें… इजराइली हमले में हिजबुल्लाह के मिसाइल कमांडर की मौत:लेबनान पर लगातार 5वें दिन हमला, अब तक 569 लेबनानी मारे गए इजराइल बीते 5 दिनों से लगातार लेबनान पर मिसाइल हमले कर रहा है। इजराइली सेना ने सोमवार को हिजबुल्लाह के 1600 से ज्यादा ठिकाने को निशाना बनाया था। इसमें 550 से ज्यादा लोग मारे गए थे। अगले दिन मंगलवार को इजराइली हमले में हिजबुल्लाह के मिसाइल कमांडर इब्राहिम कुबैसी की मौत हो गई। इजराइल ने लेबनान में चलाए जा रहे ऑपरेशन को “नॉर्दर्न एरोज” नाम दिया है। IDF का दावा है कि हिजबुल्लाह दक्षिणी लेबनान में घरों में मिसाइलें छुपाकर रखता है जिन्हें लगभग एक साल से इजराइल में दागा जा रहा है। पूरी खबर पढ़ें…
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