इंग्लैंड पर श्रीलंका की टेस्ट जीत और पाकिस्तान पर बांग्लादेश की सीरीज जीत के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का गणित बदल गया है। पाकिस्तान और इंग्लैंड अब फाइनल में पहुंचने की रेस से लगभग बाहर हो गए हैं। जबकि भारत के लिए फाइनल में पहुंचना थोड़ा आसान नजर आ रहा है। भारत को WTC फाइनल में पहुंचने के लिए अब बचे हुए 10 में से कम से कम 5 टेस्ट जीतने होंगे। टीम 5 टेस्ट घर में और 5 ऑस्ट्रेलिया में खेलेगी। फाइनल में टीम इंडिया एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया या न्यूजीलैंड ही भिड़ सकती हैं, इन्हीं टीमों ने भारत को पिछले 2 फाइनल हराए थे। स्टोरी में WTC का पूरा गणित जानेंगे। सबसे पहले पॉइंट्स टेबल की मौजूदा स्थिति… 1. भारत को 5 जीत चाहिए
भारत ने 3 सीरीज के 9 टेस्ट में 6 मुकाबले जीते, एक ड्रॉ खेला, जबकि 2 गंवाए। टीम 68.51% पॉइंट्स के साथ टॉप पर है। टीम के 3 सीरीज में 10 टेस्ट बाकी हैं, जिनमें से 5 अपने घर में और 5 ऑस्ट्रेलिया में होंगे। घर में टीम बांग्लादेश से और न्यूजीलैंड से भिड़ेगी। न्यूजीलैंड से टीम इंडिया ने घर में 2 और बांग्लादेश से एक भी टेस्ट नहीं गंवाया। 60% से ज्यादा पॉइंट्स रखने के लिए भारत को 63 पॉइंट्स और चाहिए। जो टीम 5 जीत और 1 ड्रॉ से ही हासिल कर सकती है। 6 जीत से टीम 64.03% पॉइंट्स पर पहुंच जाएगी। वहीं 7 जीत के बाद टीम 69.3% पॉइंट्स पर भी पहुंच सकती है। 2. ऑस्ट्रेलिया को जीतने होंगे 7 में से 4 मैच
ऑस्ट्रेलिया ने 4 सीरीज के 12 मैचों में 8 मुकाबले जीते, 3 गंवाए और एक ड्रॉ खेला। इससे टीम 62.50% पॉइंट्स के साथ दूसरे नंबर पर है। उनके 7 मैच बाकी है, टीम 5 मैच अपने घर में भारत और 2 मैच श्रीलंका में श्रीलंका के खिलाफ खेलेगी। 60% से ज्यादा पॉइंट्स रखने के लिए टीम को अगले 4 मैच जीतने ही होंगे। टीम 3 जीत और 3 ड्रॉ से भी इतने पॉइंट्स हासिल कर सकती है। यानी उनकी फाइनल पोजिशन भारत के खिलाफ साल के अंत में होने वाली टेस्ट सीरीज से ही लगभग तय होगी। 3. न्यूजीलैंड को चाहिए 8 में से 6 जीत
न्यूजीलैंड ने 3 सीरीज के 6 मैचों में 3 जीते और 3 ही गंवाए। टीम 50% पॉइंट्स के साथ फिलहाल तीसरे नंबर पर है। उनकी 3 सीरीज भारत, श्रीलंका और इंग्लैंड से बाकी हैं। इंग्लैंड के अलावा बाकी 2 सीरीज एशिया में रहेंगी। न्यूजीलैंड को 60% से ज्यादा पॉइंट्स रखने के लिए 8 में से 6 टेस्ट जीतने ही होंगे। टीम 5 जीत और 2 ड्रॉ से भी काम चला सकती है। लेकिन उन्हें भारत में 3 टेस्ट जीतने या ड्रॉ कराने में सबसे बड़ी मुश्किल होगी। क्योंकि टीम भारत में 36 साल से कोई टेस्ट नहीं जीत सकी है। 4. इंग्लैंड अब दूसरी टीमों के भरोसे
श्रीलंका से लंदन में टेस्ट हारने के बाद इंग्लैंड की उम्मीदों को झटका लगा है। टीम 42.19% पॉइंट्स के साथ छठे नंबर पर पहुंच गई। उन्होंने 4 सीरीज के 16 मैचों में से 8 जीते, 7 हारे और एक ड्रॉ कराया। टीम की अब 2 सीरीज पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ विदेश में रहेंगी। सभी मैच जीतकर भी इंग्लैंड टीम अब 57.95% पॉइंट्स तक ही पहुंच पाएगी। जो उन्हें रेस से लगभग बाहर करता है। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया और भारत अगर 5-5 से ज्यादा टेस्ट हारे, तभी इंग्लैंड के कुछ चांस बनेंगे। वहीं इंग्लैंड ने अगर आखिरी 6 में से एक भी टेस्ट गंवा दिया तो भारत-ऑस्ट्रेलिया के ज्यादा हारने पर भी टीम का काम नहीं बनेगा। 5. पाकिस्तान कैसे बाहर हुआ?
ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के खिलाफ पिछली 2 सीरीज में 5 टेस्ट गंवाकर पाकिस्तान बैकफुट पर है। टीम श्रीलंका को ही अब तक 2 टेस्ट हरा सकी, इससे उनके 19.05% पॉइंट्स ही हैं। जिस कारण टीम 8वें नंबर पर है। उनकी 3 सीरीज इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज से बाकी हैं। साउथ अफ्रीका से सीरीज साउथ अफ्रीका में ही रहेगी। पाकिस्तान अगर आखिरी 7 टेस्ट जीत भी लेता है तो उनके ज्यादा से ज्यादा 59.52% पॉइंट्स ही होंगे। इसके लिए उन्हें भी भारत और ऑस्ट्रेलिया के 5-5 टेस्ट हारने का इंतजार करना होगा। लेकिन पाकिस्तान के लिए उससे भी बड़ी मुश्किल इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका को हराने में आएगी। क्योंकि टीम इंग्लैंड के खिलाफ पिछली बार अपने ही घर में 3-0 से सीरीज हार गई थी। जबकि साउथ अफ्रीका में टीम ने आखिरी टेस्ट 17 साल पहले जीता था। 6. बाकी 4 टीमों की स्थिति क्या है? WTC में परसेंटेज पॉइंट्स सिस्टम क्यों है?
2019 में जब टेस्ट चैंपियनशिप के पहले साइकिल की शुरुआत हुई तो ICC ने कहा था कि दो या इससे अधिक मैचों की सीरीज के लिए 120 पॉइंट्स होंगे। दो टेस्ट की सीरीज में हर मैच जीतने के लिए 60 अंक। तीन मैचों की सीरीज में हर मैच के लिए 40 अंक। इसी तरह 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में हर मैच के लिए 30 और पांच टेस्ट की सीरीज के लिए हर टेस्ट के लिए 24 अंक होते थे। कोरोना महामारी के कारण ICC ने नवंबर 2020 में पॉइंट सिस्टम में बदलाव किया। कई सीरीज रद्द होने के कारण कुछ टीमों की जरूरी 6 सीरीज पूरी नहीं हो रही थी। इस कारण ICC ने सीधे-सीधे पॉइंट कैलकुलेट करने की जगह परसेंटेज पॉइंट सिस्टम का नियम लागू कर दिया। परसेंटेज पॉइंट्स कैसे निकाला जाता है?
WTC में किसी टीम के परसेंटेज पॉइंट्स का मतलब है कि उस टीम ने अपने लिए संभव अधिकतम पॉइंट्स में से उतने परसेंट पॉइंट हासिल किए। जैसे हम किसी एग्जाम में बैठते हैं और मान लीजिए कि एग्जाम के टोटल मार्क्स 500 हैं। हमें 500 में से 400 अंक ही मिलते हैं तो हम कहते हैं कि मुझे 80% पॉइंट्स मिले। एग्जाम्पल की तरह, फिलहाल भारत के 3 सीरीज के 9 मैचों में 74 पॉइंट्स हैं। टीम 9 मैचों से अधिकतम पॉइंट्स 108 हासिल कर सकती थी, लेकिन उनके 74 ही पॉइंट्स हैं। इसे परसेंटेज में कैलकुलेट करें तो भारत के 68.51% पॉइंट्स होंगे। इसका सिम्पल फॉर्मुला है, [(हासिल पॉइंट्स*100)/कुल पॉसिबल पॉइंट्स]। भारत की कंडीशन में ये [(74*100)/108] होगा। इसी तरह बाकी टीमों के परसेंटेज पॉइंट्स भी निकाल सकते हैं।
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